राजर्षि शाहू महाविद्यालय में लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे की 105वीं जयंती उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाई गई

राजर्षि शाहू महाविद्यालय में लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे की 105वीं जयंती उत्साहपूर्ण वातावरण में मनाई गई
हड़पसर, अगस्त (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महान मराठी लेखक और समाज सुधारक लोकशाहीर अण्णा भाऊ साठे की 105वीं जयंती जेएसपीएम के राजर्षि शाहू महाविद्यालय ऑफ कॉमर्स एंड साइंस (कंप्यूटर साइंस), उरूली देवाची, हड़पसर में उत्साहपूर्ण व भावुक माहौल में मनाई गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत माने-देशमुख के शुभ हाथों अण्णा भाऊ साठे की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई। यहां महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, गैर-शिक्षण कर्मचारी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. प्रशांत माने-देशमुख ने अपने प्रेरक भाषण में ‘फकीरा’ से ‘मुंबईचा लालबाग’ तक अण्णाभाऊ साठे की साहित्यिक यात्रा उजागर की, जिसमें वंचित और शोषित वर्गों के लिए उनके अथक संघर्ष पर प्रकाश डाला गया। सामाजिक और साहित्यिक क्षेत्रों में उनके महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख करते हुए, उन्होंने विद्यार्थियों से उनके विचारों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
इसके बाद, छात्र अभिषेक गायकवाड़, सूरज गायकवाड़ और रानी खोसे ने अण्णा भाऊ साठे की सामाजिक न्याय, करुणा व जमीनीस्तर पर सशक्तिकरण की अवधारणाओं पर अपने विचार प्रस्तुत किए। ग्रंथपाल अमोल टकले ने अण्णा भाऊ साठे की साहित्यिक यात्रा और सामाजिक क्षेत्र में उनके कार्यों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संकुल निदेशक डॉ. वसंत बुगड़े और सहनिदेशक डॉ. कालबांडे का बहुमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
यह आयोजन साहित्य, संस्कृति और समाज सेवा का एक सुंदर मिश्रण था, जो अण्णा भाऊ साठे की विरासत को छात्रों से लेकर व्यापक समुदाय तक ले गया। इस पहल ने सामाजिक रूप से जागरूक नागरिकों और रचनात्मक विचारकों को तैयार करने के लिए जेएसपीएम के निरंतर प्रयासों को उजागर किया।