सैटेलाइट टर्मिनल के विकास हेतु हड़पसर रेल्वे स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण

सैटेलाइट टर्मिनल के विकास हेतु हड़पसर रेल्वे स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण
पुणे, जुलाई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पुणे मंडल, मध्य रेल द्वारा मंडल रेल प्रबंधक श्री राजेश कुमार वर्मा के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में हड़पसर रेल्वे स्टेशन पर सैटेलाइट टर्मिनल के विकास हेतु नॉन इंटरलॉकिंग (NI) कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया, जो आधारभूत संरचना के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह कार्य कुल 17 घंटे के ब्लॉक के दौरान किया गया, जिसे निर्धारित समय से 30 मिनट पहले, यानि 16 घंटे 30 मिनट में पूर्ण किया गया। सभी विभागों के उत्कृष्ट समन्वय एवं नियोजन के कारण यह कार्य समय से पूर्व पूर्ण हो सका।
इस विकास कार्य के अंतर्गत, हड़पसर यार्ड का बड़ा पुनर्रचना कार्य किया गया, जो संपूर्ण रूप से इंजीनियरिंग विभाग के कार्यक्षेत्र में आता है। इसके अंतर्गत यार्ड रीमॉडलिंग, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (EI) का कमीशनिंग, तथा 12 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज (FOB) के 11 गर्डरों का लॉन्चिंग शामिल था।
इसके अतिरिक्त किए गए मुख्य कार्यों में शामिल हैं :
-ट्रेनों के सुचारु परिचालन हेतु ट्रैक का पुनर्संरेखन एवं संशोधन।
-भविष्य में लंबी दूरी की और टर्मिनेटिंग ट्रेनों की सुविधा हेतु बुनियादी ढांचे की तैयारी।
-210 श्रमिकों, 3 वेल्डिंग टीमों (12 सदस्य) एवं 5 ब्लैकस्मिथ टीमों (15 सदस्य) की तैनाती।
-3 जेसीबी, 3 पोकलेन मशीनें, 4 हायड्रा, 6 डंपर और 2 क्रेन (500 टन क्षमता) जैसी भारी मशीनों की सहायता से कार्य का निष्पादन।
सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन (ST) विभाग द्वारा इस अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य में Kyosan कंपनी की इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (K5D सिस्टम) को सफलतापूर्वक कमीशन किया गया।
इसके मुख्य बिंदु हैं :
-कुल 88 रूट का विन्यास (47 मुख्य रूट एवं 41 शंटिंग रूट सहित)
-Dual VDU की हॉट स्टैंडबाय मोड में उपलब्धता।
-20 पॉइंट्स का वायरिंग क्रॉस प्रोटेक्शन के साथ, 30 पॉइंट मशीनें, 16 मुख्य सिग्नल और 47 डीसी ट्रैक सर्किट।
-Frauscher कंपनी के MSDAC का 61 डिटेक्शन पॉइंट्स के साथ प्रयोग।
-Statcon make IPS, Efftronics , डाटालॉगर, Earth Leakage डिटेक्टर और Ravel make फायर अलार्म सिस्टम की तैनाती।
-यह EI सिस्टम RDSO की नवीनतम साइबर सुरक्षा दिशा-निर्देशों के अनुरूप है।
इस नई व्यवस्था के साथ 2 अतिरिक्त लूप लाइनें जोड़ी गई हैं एवं मौजूदा लूप लाइनों की उCSR/CSL लंबाई क्रमशः 1115.43 मीटर एवं 850.59 मीटर तक बढ़ाई गई है, जिससे पुणे जंक्शन पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
TRD (इलेक्ट्रिकल विभाग) विंग के तहत विद्युत संबंधी बुनियादी ढांचे में निम्नलिखित कार्य किए गए :
-तीन प्लेटफार्म लाइनों पर ओएचई का विस्तार।
-2 स्टैबलिंग लाइनें एवं 1 क्रॉसओवर का कमीशनिंग।
-FOB और COP लॉन्चिंग हेतु ओएचई में संशोधन।
इस कार्य के लिए 3 आठ-पहियों वाले टावर वैगन, 1 क्रेन स्पेशल और 125 कुशल जनशक्ति का उपयोग किया गया।
ब्लॉक अवधि के दौरान यात्रियों की सुविधा हेतु गाड़ी संख्या 12130 हावड़ा-पुणे आज़ाद हिंद एक्सप्रेस को लोणी स्टेशन पर शॉर्ट टर्मिनेट किया गया। यात्रियों की सहूलियत के लिए PMPML की बसों की व्यवस्था की गई, जिससे लोणी से पुणे स्टेशन तक उन्हें आरामदायक यात्रा मिल सके।
इस छख कार्य की सफल एवं समय से पूर्व पूर्णता न केवल पुणे मंडल की यात्री हैंडलिंग क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक प्रमुख उपलब्धि है, बल्कि यह रेलवे के सुरक्षा, संरचना विकास और यात्रियों की सुविधा के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
यह प्रेस विज्ञप्ति जनसंपर्क विभाग, पुणे मंडल, मध्य रेल द्वारा जारी की गई है।