02/08/2025

वस्त्र उद्योग में सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए समिति गठित की जाएगी : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुख्यमंत्र्यांच्या अध्यक्षतेखाली वस्त्रोद्योग विभागाची आढावा बैठक 2

वस्त्र उद्योग में सौर ऊर्जा के उपयोग के लिए समिति गठित की जाएगी : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

मुख्यमंत्री फडणवीस की अध्यक्षता में वस्त्र उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक

मुंबई, जुलाई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)

सामाजिक न्याय, आदिवासी विकास और अन्य बहुजन कल्याण विभागों के अंतर्गत आने वाली नई सहकारी सूतगिरणियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए समान मापदंड तय किए जाएं। इन विभागों के अंतर्गत आने वाली सूतगिरणियों के लिए संबंधित विभागों द्वारा अतिरिक्त बजटीय प्रावधान किए जाएं। साथ ही वस्त्र उद्योग में सौर ऊर्जा के उपयोग से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए वस्त्र उद्योग और ऊर्जा विभाग की एक समिति बनाई जाए, ऐसा निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया।

यह निर्देश मुख्यमंत्री फडणवीस ने वर्षा निवास पर आयोजित वस्त्र उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में वस्त्र उद्योग मंत्री संजय सावकारे, विधान परिषद सदस्य अमरीश पटेल, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव ओ. पी. गुप्ता, मुख्यमंत्री कार्यालय की प्रधान सचिव अश्विनी भिडे, वस्त्र उद्योग विभाग की प्रधान सचिव अंशु सिन्हा, वस्त्र आयुक्त संजय दैणे, रेशीम निदेशक विनय मुन, उप सचिव श्री. पवार और श्रीमती. कोचरेकर आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सहकारी सूतगिरणियों को प्रति चक्की ₹5,000 की दर से दिए जाने वाले कर्ज पर ब्याज अनुदान योजना की अवधि बढ़ाते समय इसमें आधुनिकीकरण और ग्रेडेशन को भी शामिल किया जाए। राज्य में राष्ट्रीय वस्त्र निगम के अंतर्गत बंद पड़ी मिलों को पुनः शुरू करने के संबंध में एक रिपोर्ट तैयार की जाए और उस आधार पर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाए।

एकात्मिक व सतत वस्त्र नीति 2023–28 में आवश्यक सुधार किए जाएं। सहकारी सूतगिरणियों और सहकारी यंत्रमाग संस्थाओं से सरकारी बकाया वसूली के लिए नीति बनाई जाए। राज्य की सभी यंत्रमागों का पंजीकरण कार्य पूरा किया जाए। पुणे स्थित रेशीम संचालनालय द्वारा उपयोग की जा रही इमारत की मरम्मत और सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए महाराष्ट्र राज्य खादी ग्रामोद्योग मंडल से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेने की प्रक्रिया तुरंत पूरी की जाए।

बैठक में जिन प्रमुख विषयों की समीक्षा की गई, वे इस प्रकार हैं :

  • नया महाराष्ट्र राज्य वस्त्र उद्योग विकास महामंडल स्थापित करना.
  • वस्त्र आयुक्तालय और रेशीम संचालनालय का विलय.
  • सूतगिरणियों को पुनर्वास ऋण देने के लिए नई योजना.
  • सूतगिरणियों को लीज पर देने की योजना
  • प्रकल्प लागत ₹80.90 करोड़ से बढ़ाकर ₹118 करोड़ करने की कार्यवाही
  • सातारा जिले के वाई स्थित रेड क्रॉस सोसायटी की लीज पर दी गई जमीन को जिलास्तरीय रेशीम कार्यालय के लिए स्थायी रूप से अधिग्रहण करना।

About The Author

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *