मुख्यमंत्री सहायता निधि का एक महत्वपूर्ण कदम!

मुख्यमंत्री सहायता निधि का एक महत्वपूर्ण कदम!
क्राउड फंडिंग और त्रिपक्षीय समझौते से इलाज का मार्ग प्रशस्त
मुंबई, जुलाई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
राज्य में पहली बार मुख्यमंत्री सहायता निधि के माध्यम से क्राउड फंडिंग और त्रिपक्षीय समझौते की मदद से गरीब और जरूरतमंद मरीजों को उपचार दिया जाएगा। मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि कक्ष की ओर से ‘त्रिपक्षीय समझौते और क्राउड फंडिंग‘ इन दो आर्थिक सहायता की अवधारणाओं के आधार पर यह मदद प्रदान की जाएगी। इसमें कॉर्पोरेट कंपनियों, दाताओं और अस्पतालों का सहयोग मरीजों को मिलेगा, जिससे हजारों मरीजों को राहत मिलने वाली है।
अब होगा त्रिपक्षीय समझौता
राज्य के जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को महंगे चिकित्सा उपचार का लाभ मिल सके, इसके लिए मुख्यमंत्री सहायता निधि की पहल से त्रिपक्षीय करार शीघ्र ही किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री सहायता निधि कक्ष, कॉर्पोरेट कंपनी, अस्पताल और आंशिक रूप से मरीजों का भी योगदान अपेक्षित रहेगा।
क्राउड फंडिंग से मिलेगी सहायता
राज्य में पहली बार मुख्यमंत्री सहायता निधि से मरीजों के लिए क्राउड फंडिंग शुरू की जा रही है। जिन मरीजों के इलाज का खर्च 10 लाख रुपये से अधिक होगा, ऐसे गंभीर और जटिल बीमारियों से पीड़ित मरीज क्राउड फंडिंग के पात्र होंगे। ऐसे मरीजों को कक्ष द्वारा बनाए गए एक स्वतंत्र पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होगा।
अगले तीन महीनों में यह पोर्टल कार्यान्वित किया जाएगा। जब किसी मरीज के इलाज का खर्च करोड़ों में होता है और सभी योजनाओं का लाभ लेने के बावजूद निधियों की कमी महसूस होती है, तब क्राउड फंडिंग अत्यंत उपयोगी साबित होगी।
मरीजों की पात्रता की जांच और पारदर्शी प्रक्रिया के लिए नियामक प्रणाली स्थापित की जाएगी। यह सुविधा ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के जरूरतमंद मरीजों के लिए वरदान साबित होगी।
मुख्यमंत्री सहायता निधि, कॉर्पोरेट कंपनियां/दाता/एनजीओ और अस्पताल मिलकर मरीजों के इलाज में मदद करेंगे। अगले तीन महीनों के भीतर क्राउड फंडिंग शुरू कर दी जाएगी। मरीजों को सिर्फ आवेदन करना होगा, बाकी सभी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री सहायता निधि कक्ष द्वारा निभाई जाएगी। यह संकल्पना मुख्यमंत्री माननीय श्री देवेंद्र फडणवीस की सोच के अनुरूप समय पर इलाज दिलाने हेतु शुरू की जा रही है, ऐसा मुख्यमंत्री सहायता निधि व धर्मार्थ अस्पताल सहायता कक्ष के प्रमुख श्री रामेश्वर नाईक ने जानकारी दी।
अब विदेशों से मिल सकेगी सहायता
मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता निधि को अब विदेशों से आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए आवश्यक एफसीआरए (विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम) की मंजूरी प्राप्त हो गई है। इससे विदेशों में रहने वाले दानदाता, संस्थाएं, सीएसआर कंपनियां सीधे आर्थिक सहायता प्रदान कर सकेंगी। उल्लेखनीय बात यह है कि मुख्यमंत्री सहायता निधि कक्ष, महाराष्ट्र देश में एफसीआरए प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाला पहला राज्य बना है। इस विदेशी निधि का उपयोग जरूरतमंद मरीजों के उपचार के लिए किया जाएगा।
धर्मार्थ अस्पतालों की भूमिका
इस योजना में धर्मार्थ अस्पतालों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। सरकार से कर छूट प्राप्त करने के बदले, इन अस्पतालों को उनकी कुल बिस्तरों की संख्या में से :
10% बिस्तर वार्षिक आय 1.80 लाख तक के परिवारों के लिए नि:शुल्क आरक्षित रखने होते हैं। वहीं, 10% बिस्तर 3.60 लाख तक की आय वाले परिवारों के लिए रियायती दरों पर उपचार हेतु आरक्षित रहते हैं। इस प्रणाली के कारण गरीब मरीजों को बड़े अस्पतालों में इलाज मिल पाता है। आवेदन प्रक्रिया या किसी भी प्रकार की जानकारी और मार्गदर्शन के लिए टोल-फ्री नंबर 1800 123 2211 पर संपर्क करें।
पिछले छह महीने में मुख्यमंत्री सहायता निधि से दी गई मदद
1 जनवरी से 30 जून 2025 तक मुख्यमंत्री सहायता निधि कक्ष द्वारा 14,651 मरीजों को 128.66 करोड़ की सहायता प्रदान की गई।
वहीं, 1 जनवरी से 31 मई 2025 तक धर्मार्थ अस्पताल सहायता कक्ष द्वारा 2,32,265 मरीजों को 165.04 करोड़ की सहायता दी गई।