हड़पसर क्षेत्रीय कार्यालय प्रशासन की अकुशलता से नागरिक परेशान

हड़पसर क्षेत्रीय कार्यालय प्रशासन की अकुशलता से नागरिक परेशान
लापरवाह, सुस्त प्रशासन को अब सिखाया जाएगा सबक : प्रमोद नाना भानगिरे
हड़पसर, जुलाई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
हड़पसर क्षेत्र के नागरिक पिछले कई महीनों से प्रशासन की अक्षमता से पीड़ित हैं। आज का गुस्सा और भी भड़क गया क्योंकि हमारी बार-बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। दूषित पेयजल आपूर्ति, सड़कों पर अतिक्रमण तथा प्राधिकारियों की गैर जिम्मेदारी के कारण पूरी व्यवस्था चरमरा गई है। अगर प्रशासन ठीक से काम नहीं कर पाया, नागरिकों को सुचारू एवं उचित ढंग से सेवा और कामकाज शुरू नहीं करता है, तो शिवसेना सड़कों पर उतरेगी और आंदोलन तेज करेगी तथा प्रशासन को घुटने टेकने पर मजबूर करने के लिए कुछ भी करने से नहीं चूकेगी। यह चेतावनी शिवसेना पुणे शहरप्रमुख प्रमोद नाना भानगिरे ने दी है।
पिछले कई महीनों से हड़पसर-मुंढवा क्षेत्रीय कार्यालय में प्रशासन का गैरजिम्मेदार, अनुशासनहीन और अक्षम प्रबंधन नागरिकों की शिकायतों का कारण बना हुआ है, जिसके विरोध में शिवसेना की ओर से जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। यह विरोध प्रदर्शन शिवसेना पुणे शहर प्रमुख प्रमोद नाना भानगिरे के नेतृत्व में हड़पसर परिसर के सैकड़ों नाराज नागरिकों की उपस्थिति में किया गया। प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी के साथ कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। खास बात यह रही कि सत्ताधारी पार्टी में प्रमुख स्थान रखनेवाली शिवसेना ने इस कुव्यवस्था के खिलाफ खुलकर आवाज उठाई, जिससे इस आंदोलन को खास राजनीतिक और सामाजिक महत्व मिल गया है।
नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं समय पर न मिलना, दूषित पेयजल आपूर्ति, सड़कों पर बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमण, क्षेत्रीय कार्यालयों में उपस्थिति प्रणाली में अनियमितता, पिछले कई महीनों से बंद बायोमेट्रिक प्रणाली, समय पर कार्यालय में उपस्थित न रहनेवाले अधिकारी और नागरिक मुद्दों को हल करने में प्रशासन की लापरवाही के मुद्दों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए शिवसेना, युवा सेना, महिला आघाड़ी और संबद्ध संगठनों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया।
शिवसेना पुणे जिला प्रमुख उल्हास तुपे, पंकज कोद्रे, संतोष रजपूत, उपजिलाप्रमुख अमर घुले, दत्ता खवले, शिवा शेवाले, अभिजीत बोराटे, दीपक कुलाल, आकाश रेणुसे, प्रकाश लाकडे, अक्षय तारू, महेंद्र जोशी, शक्ति प्रधान, शैलेश शेलार, योगेश जोशी, तुषार मरल, आरिफ पटेल, प्रशांत डाबी, नरेंद्र आवारे, हरीश माने, उमेश पांढरे, मेहबूब सैयद, विशाल मिरेकर, आकाश खिलारे, स्मिता साबले, सारिका पवार, निशिगंधा थोरात, अयोध्या बबन आंधले, शितल गाडे, आशा यादव, गंगा पाताले, चंचल किराड, आशा कांबले, अर्चना सूर्यवंशी, सुनीता भावसार, ज्योति अभंगे आदि प्रमुख रूप से आंदोलन में शामिल हुए थे।