मराठा समुदाय ने विवाह व्यवस्था के संबंध में आचारसंहिता का पालन करते हुए महाराष्ट्र को एक उदाहरण स्थापित करने का लिया दृढ़ संकल्प

मराठा समुदाय ने विवाह व्यवस्था के संबंध में आचारसंहिता का पालन करते हुए महाराष्ट्र को एक उदाहरण स्थापित करने का लिया दृढ़ संकल्प
हड़पसर, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
मुलशी तालुका की वैष्णवी हगवने बहन द्वारा दहेज के लिए ससुरालवालों द्वारा प्रताड़ित एवं परेशान किये जाने से तंग आकर आत्महत्या कर लेने के बाद मराठा समुदाय विवाह आचारसंहिता तैयार करने और विवाह समारोह में सभी गलत रीति-रिवाजों, प्रथाओं और ज्यादतियों के बारे में कुछ सख्त निर्णय लेने के लिए बैठकें आयोजित कर रहा है।
तद्नुसार सोलापुर रोड स्थित स्वोजस पैलेस में हड़पसर-हवेली मराठा समुदाय की एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से विवाह आचार संहिता का समर्थन करने का निर्णय लिया गया। यहां राजेंद्र कोंढरे, राजेंद्र कुंजीर, उत्तम कामठे, हनुमंत मोटे, रोहिदास उंद्रे, गुलाब गायकवाड, कमलेश कालभोर, संतोष भोसले, दुर्योधन कामठे, सूर्यकांत कालभोर, रमेश उंद्रे, गजानन जगताप, अनिरुद्ध मराठे, भाऊ जाधव, राजेश कालभोर, कालूराम चौधरी, महादेव कुंजीर, भाऊसाहेब महाडिक, सचिन सुंबे, सुनील तुपे, अमोल भोसले, बापू चौधरी, अनिल ताडगे, सचिन आडेकर आदि के साथ बड़ी संख्या में समुदाय के सदस्य के साथ इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। छात्रा शिवांजलि कामठे ने दहेज पर एक कविता प्रस्तुत की।
मराठा समाज की विवाह के संबंध में तैयार की गई आचार संहिता का वाचन किया गया। इस आचार संहिता में समाज में दहेज संबंधी घटनाओं को रोकने के लिए 22 अलग-अलग बिंदुओं को लिया गया है। इसमें शादी के सभी कार्यक्रम एक ही दिन आयोजित किए जाएं, बुफे पद्धति बंद की जाए, मंच पर नेताओं की भीड़ कम की जाए, समय पर शादी आयोजित कर सभी का समय बचाया जाए, प्री-वेडिंग बिल्कुल न की जाए, शादी का खर्च बच्चों की पढ़ाई या अपनी व्यापारिक पूंजी के लिए इस्तेमाल किया जाए, दूल्हे को समुदाय के किसी बुजुर्ग से दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देने के लिए कहना चाहिए, इस बात का ध्यान रखा जाए कि ऐसे परिवार से संबंध न बनाएं, जिसकी पृष्ठभूमि दहेज या किसी कारण से उत्पीड़नवाली हो, ससुरालवालों द्वारा किए गए अन्याय के कारण लड़की के भावी जीवन को सहने योग्य बनाने के लिए मायके से परिवार के लोगों को पहल करनी चाहिए। मराठा समाज के सभी लोग एक साथ मिलकर एक समिति बनाएं और सभी शुभ मंगल कार्यालयों में समाज द्वारा तैयार की गई आचार संहिता को एक बोर्ड पर लगाने को कहें। इस तरह समाज की उन्नति के लिए एक आचार संहिता तैयार की गई और उसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।
बैठक का आयोजन सकल मराठा समाज और मराठा क्रांति मोर्चा हड़पसर हवेली विभाग द्वारा किया गया था। बैठक का सूत्र संचालन शिवश्री उत्तम कामठे ने किया।
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