नई तकनीक को आत्मसात कर कार्यालयीन कामकाज को दें गति : प्रो.आनन्द पाटिल

नई तकनीक को आत्मसात कर कार्यालयीन कामकाज को दें गति : प्रो.आनन्द पाटिल
हिंदी विश्वविद्यालय में हुई कौशल संवर्धन कार्यशाला
वर्धा, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
कार्यालयीन काम को गति देने के लिए कौशल विकसित कर आधुनिक तकनीक को आत्मसात करने का आह्वान महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आनन्द पाटिल ने किया। वे विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कौशल संवर्धन कार्यशाला के दूसरे दिन समापन कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। कर्मचारियों को आधुनिक तकनीक का परिचय कराना और कार्यशैली को तकनीकी से सुसंगत बनाना इस कार्यशाला का उद्देश्य था। 18 एवं 19 जून को ग़ालिब सभागार में आयोजित कार्यशाला में पहले दिन कार्यालयीन कार्य में प्रयुक्त सॉफ्टवेयर का परिचय, इंटरनेट का उपयोग, सुरक्षा एवं त्रुटि निवारण विषय पर समर्थ के नोडल अधिकारी डॉ. गिरीश चंद्र पाण्डेय ने मार्गदर्शन किया। उन्होंने प्रस्ताव तैयार करना, पत्र का प्रारूप बनाना आदि में ए. एआई., चैट जीपीटी के प्रयोग पर विस्तार से प्रकाश डाला। दूसरे दिन विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव विनोद वैद्य ने टिप्पण लेखन एवं आलेखन की कार्यशैली पर प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कार्यालयीन पत्राचार, शब्दावली, नोटशीट आदि के उपयोग पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
कार्यशाला के समापन सत्र का संचालन प्रशिक्षण एवं अभिविन्यास कार्यक्रम के संयोजक राजेश कुमार यादव ने किया। उन्होंने राजभाषा नीति, नियमावली एवं कार्यान्वयन प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत कराया साथ ही सरकारी पत्राचार में वर्तनी संबंधी दोषों एवं त्रुटियों एवं टाइपिंग करते समय भाषाशुद्धि पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया।
सहायक कुलसचिव राजेश अरोड़ा ने माननीया कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा और कुलसचिव प्रो. आनन्द पाटिल के प्रति विशेष आभार व्यक्त करते हुए कार्यशाला के आयोजन से जुड़े समस्त अधिकारियों और कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कार्यालयीन कार्य और कौशल संवर्धन से संबंधित समय-समय पर ऐसी कार्यशालाओं के निरंतर आयोजित होने से अवगत कराया।
कार्यशाला में विश्वविद्यालय के लिपिक, तकनीकी सहायक और सहायक श्रेणी के कर्मचारियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत कार्यरत प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। कामकाज में सुधार और गति देने के लिए कार्यशाला अत्यंत उपयोगी रही, इससे कौशल निखारने में मदद मिलेगी, यह भावना कर्मियों ने व्यक्त की। इस अवसर पर शिक्षकेतर कर्मचारियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
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