महाराष्ट्र में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं का जाल बिछाया जाएगा : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

आंबी-तरंगवाडी (मावल) में पुष्पलता डी. वाय. पाटिल रुग्णालय का मुख्यमंत्री के हाथों उद्घाटन
पुणे, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यदि प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाए, तो विशेष उपचार वाली तृतीयस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ कम होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में प्राथमिक आरोग्य सेवाओं का व्यापक जाल तैयार करने पर सरकार का ध्यान केंद्रित है। इसके तहत राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के पुनर्गठन का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री फडणवीस मावल तालुका के आंबी-तरंगवाडी में आयोजित पुष्पलता डी. वाय. पाटिल रुग्णालय के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर सांसद श्रीरंग बारणे, विधायक सुनील शेलके, डी. वाय. पाटिल विद्यापीठ नवी मुंबई के अध्यक्ष एवं कुलपति डॉ. विजय पाटील, कोल्हापुर डी. वाय. पाटिल विद्यापीठ के कुलपति डॉ. संजय पाटिल, नवी मुंबई डी. वाय. पाटिल विद्यापीठ की उपाध्यक्ष एवं उपकुलपति डॉ. शिवानी पाटिल, पूर्व राज्यमंत्री संजय उर्फ बाळा भेगडे, उद्यमी रामदास काकडे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को विश्वविद्यालयों के माध्यम से प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। महात्मा फुले जनआरोग्य योजना और प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के तहत 5 लाख तक के उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बीमा और सेवा की गारंटी के माध्यम से गरीबों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्राथमिक आरोग्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ द्वितीयस्तरीय सेवाओं को भी सशक्त बनाया जाएगा। विशेष उपचार के लिए सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ विश्वविद्यालयों और निजी अस्पतालों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश की योजना है। पिछले कुछ वर्षों में राज्य में 10 नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए हैं और अब प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का लक्ष्य है। साथ ही, राज्य सरकार ने बालिकाओं को मेडिकल शिक्षा की फीस की प्रतिपूर्ति देने का निर्णय भी लिया है, जिससे शिक्षा क्षेत्र का विस्तार और गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय से अपील की कि वह इसी प्रकार नए-नए क्षेत्रों में अस्पताल और शैक्षणिक संकुल स्थापित करे। उन्होंने कहा कि चूंकि यह कार्य सामाजिक सेवा से प्रेरित है, इसलिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाने का श्रेय डॉ. डी. वाय. पाटिल जैसे अग्रणी शिक्षाविदों को जाता है। उच्च शिक्षा के निजीकरण से महाराष्ट्र में डॉ. डी. वाय. पाटिल जैसी संस्थाओं की स्थापना संभव हुई और शिक्षा का विस्तार हुआ। इससे अनेक विद्यार्थियों को शिक्षा के अवसर प्राप्त हुए। डी. वाय. पाटिल परिवार ने राज्य में सात निजी विश्वविद्यालय शुरू किए हैं और सभी में गुणवत्तापूर्ण पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। गुणवत्ता से समझौता किए बिना बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने का कार्य इस परिवार ने किया है। पुष्पलता पाटिल के संस्कार इस संपूर्ण यात्रा में महत्वपूर्ण रहे हैं, इसलिए अस्पताल को उनके नाम से समर्पित किया गया है।
पुष्पलता डी. वाय. पाटिल रुग्णालय में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यह अस्पताल औद्योगिक परिसर और आसपास के नागरिकों के लिए वरदान साबित होगा। कम खर्च में उत्तम उपचार प्रदान करने के उद्देश्य से यह रुग्णालय स्थायी समाधान प्रदान करेगा। डॉ. विजय पाटील ने मुख्यमंत्री सहायता निधि के अंतर्गत 70 बेड आरक्षित किए हैं। अब तक 12 से 15 हजार रोगियों का उपचार मुख्यमंत्री सहायता निधि के माध्यम से इस अस्पताल में किया जा चुका है।
प्रास्ताविक भाषण में कुलपति डॉ. पाटिल ने अस्पताल की जानकारी दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि अस्पताल में सामान्य नागरिकों को सभी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी और आयुष्मान भारत तथा महात्मा फुले जनआरोग्य योजना का लाभ स्थानीय नागरिकों को मिलेगा। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टर्स व कर्मचारियों से अनुरोध किया कि वे मरीजों को उत्तम सेवा प्रदान करें।
पुष्पलता डी. वाय. पाटिल धर्मार्थ रुग्णालय 600 बिस्तरों वाला आधुनिक मल्टीस्पेशालिटी अस्पताल है जिसमें अनेक प्रकार की चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं। आंबी, मावल और तळेगाव क्षेत्र के नागरिकों को इससे स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी। इस रुग्णालय ने स्वयं का ऑक्सीजन उत्पादन प्रकल्प भी शुरू किया है।
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