पुणे जिले में क्रियान्वित किया जा रहा ‘सेवादूत’ उपक्रम सराहनीय : मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार
पुणे जिले में क्रियान्वित किया जा रहा ‘सेवादूत’ उपक्रम सराहनीय : मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार
पुणे, अप्रैल (जिमाका)
पुणे जिले में क्रियान्वित की जा रही ‘सेवादूत’ उपक्रम सराहनीय है व जिले में इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। यह जानकारी सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री एडवोकेट आशीष शेलार ने दी है।
पुणे जिलाधिकारी कार्यालय में सेवादूत अवधारणा के क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित बैठक में वे बोल रहे थे। इस अवसर पर जिलाधिकारी जितेन्द्र डूडी, अतिरिक्त जिलाधिकारी सुहास मापारी सहित अन्य उपस्थित थे।
श्री डूडी ने सेवादूत उपक्रम के बारे में एक प्रस्तुति के माध्यम से जानकारी प्रदान की। इस में सूचना प्रौद्योगिकी की मदद से नागरिकों से सीधे संपर्क कर राजस्व विभाग की सेवाएं त्वरित एवं सरल तरीके से घर बैठे उपलब्ध कराई जाएंगी। वर्तमान में राजस्व विभाग से सेवाएं प्राप्त करने के लिए नागरिकों को तालुका स्तर पर आपले सरकार सेवा केंद्र या सेतु केंद्र जाना पड़ता है। वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती माताओं, विकलांगों और मजदूर वर्ग को अपनी शारीरिक स्थिति या कार्य समय के कारण राजस्व विभाग की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आपले सरकार सेवा केंद्र या सेतु केंद्र तक जाना कठिन और असुविधाजनक लगता है। ऐसा वर्ग राजस्व विभाग की सेवाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया घर से या अपने लिए सुविधाजनक समय पर पूरी कर सके, तो उनका दैनिक जीवन आसान हो सकता है। इसी उद्देश्य से सेवादूत की अवधारणा को क्रियान्वित किया जा रहा है।
सेवादूत कार्यप्रणाली
नागरिक ीर्शींरवेेींर्.िीपश.र्सेीं.ळप वेबसाइट का उपयोग करके आपले सरकार सेवा केंद्र संचालक के माध्यम से राजस्व विभाग की विभिन्न सेवाओं का लाभ अपने घर बैठे उठा सकेंगे। आपले सरकार सेवा केंद्र के संचालक राजस्व सेवाओं के लिए आवश्यक दस्तावेजों को कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से नागरिकों के घर पर ही स्कैन करेंगे। नागरिकों की उपस्थिति में आवेदन पत्र संबंधित प्रणाली में प्रस्तुत किये जायेंगे।
नागरिक के घर पर आवेदन ारहरेपश्रळपश प्रणाली में प्रस्तुत होने के बाद, बैंक और सरकारी यंत्रणा के माध्यम से सक्षम प्राधिकारी आवेदन और प्राप्त अन्य दस्तावेजों की पूरी तरह से जांच करके इसकी वैधता और पात्रता को सत्यापित और नियमानुसार सेवा या प्रमाणपत्र जारी करेंगे।
जारी प्रमाणपत्र नागरिकों को अपने घर पर या पंजीकृत डाक से प्राप्त करना चाहते हैं, तो उसे अतिरिक्त डाक शुल्क देना होगा। नागरिक की पसंद के अनुसार प्रमाणपत्र डाक द्वारा नागरिक को दिया जाएगा। सेवादूत प्रणाली में लघु संदेश सेवा, ई-मेल, व्हाट्सएप के माध्यम से नागरिक को इस जारी प्रमाण पत्र का लिंक उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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