पुणे-सातारा खंड में लेवल क्रॉसिंग संख्या 31 और 33 का इंटरलॉकिंग कार्य सफलतापूर्वक पूरा
पुणे-सातारा खंड में लेवल क्रॉसिंग संख्या 31 और 33 का इंटरलॉकिंग कार्य सफलतापूर्वक पूरा
पुणे, मार्च (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
मंडल रेल प्रबंधक श्री राजेश वर्मा के मार्गदर्शन में और वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता श्री राजेश मीना के नेतृत्व में, साथ ही पूरी इंजीनियरिंग और सिग्नलिंग टीम के समर्पित प्रयासों से, पुणे मंडल, मध्य रेल ने वाल्हा-नीरा खंड के लेवल क्रॉसिंग संख्या 31 और नीरा-लोणंद खंड के लेवल क्रॉसिंग संख्या 33 को नॉन-इंटरलॉक्ड इंजीनियरिंग फाटकों से इंटरलॉक्ड इंजीनियरिंग फाटकों में सफलतापूर्वक परिवर्तित किया है। यह रेलवे सुरक्षा और परिचालन दक्षता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस इंटरलॉकिंग कार्य के लिए लेवल क्रॉसिंग संख्या 32 और नीरा स्टेशन पर भी संशोधन करना आवश्यक था, क्योंकि इसमें जटिल सिग्नल संयोजन शामिल थे। यह कार्य 2 घंटे 50 मिनट के यातायात ब्लॉक के दौरान कुशलतापूर्वक पूरा किया गया।
अपग्रेड किए गए फाटकों की प्रमुख विशेषताएँ :
– इलेक्ट्रिक लॉक बूम (ELB) : दोनों फाटकों पर मोटराइज्ड बूम लॉकिंग (M/s Pragati) के साथ स्थापित। BLR के माध्यम से सकारात्मक बूम लॉकिंग सुनिश्चित की गई।
– एकीकृत पावर सप्लाई (IPS) :
1. LC 31 : HBL कंपनी का IPS, 200 AH बैटरी (HBL) के साथ।
2. LC 33 : Statcon Energia कंपनी का IPS, 200 AH बैटरी (HBL) के साथ।
– रिमोट टर्मिनल यूनिट (RTU) : Efftronics कंपनी का RTU, जिसे नीरा और मुख्य सर्वर से नेटवर्किंग के साथ जोड़ा गया है, जिससे सभी महत्वपूर्ण रिले संपर्क RTU में वायर्ड हैं।
– स्टैंडबाय फ्यूज अलार्म सिस्टम : Reliance कंपनी का स्टैंडबाय फ्यूज अलार्म सिस्टम, दोनों फाटकों पर सभी महत्वपूर्ण फ्यूज को कवर करता है।
– स्लाइडिंग बूम और डायरेक्ट लॉकिंग : मुख्य बूम विफल होने की स्थिति में सुरक्षित फाटक बंद करने की सुविधा। गेटमैन और ऑन-ड्यूटी स्टाफ को सुचारू संचालन के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
– संशोधित की-लॉक रिले (KLR) : आपातकालीन स्थिति में क्रैंक हैंडल द्वारा संचालन की सुविधा।
– फायर अलार्म सिस्टम : Agni कंपनी का फायर अलार्म, जिसे डाटालॉगर में वास्तविक समय निगरानी के लिए वायर्ड किया गया है।
– *अर्थ लीकेज डिटेक्टर : Reliance कंपनी का अर्थ लीकेज डिटेक्टर, सभी महत्वपूर्ण वोल्टेज बस बार की निरंतर निगरानी करता है।
– वॉयस लॉगिंग के साथ गेट फोन : विश्वसनीय संचार सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त गेट फोन की सुविधा उपलब्ध।
– सीएलएस पैनल : UP और DN एटी आपूर्ति को MSEB आपूर्ति के साथ निर्बाध संचालन के लिए जोड़ा गया।
नीरा-लोणंद खंड में ड्यूल BPAC का कमीशनिंग
इस इंटरलॉकिंग कार्य के साथ, नीरा-लोणंद खंड में ड्यूल BPAC (ब्लॉक प्रूविंग बाय एक्सल काउंटर) को सफलतापूर्वक कमीशन किया गया है। यह प्रणाली OFC और क्वाड केबल दोनों का उपयोग करके मीडिया रेडंडेंसी से लैस है, जिसमें स्वचालित बदलाव व्यवस्था है, जो निर्बाध और सुरक्षित रेल संचालन सुनिश्चित करती है।
यह उपलब्धि पुणे मंडल की आधुनिकीकरण और सुरक्षा को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो सुचारू और सुरक्षित रेलवे संचालन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह प्रेस विज्ञप्ति मध्य रेल, पुणे मंडल के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी की गई है।
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