शांति व सच्चाई से कोई भी लक्ष्य किया जा सकता है हासिल : डॉ. शरद कांदे
शांति व सच्चाई से कोई भी लक्ष्य किया जा सकता है हासिल : डॉ. शरद कांदे
कोंढवा, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महात्मा गांधी का जीवन एक प्रेरणादायक उदाहरण है, उन्होंने अहिंसा के माध्यम से अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनकी सोच अलग थी। शांति, अहिंसा व सामाजिक न्याय के मार्ग पर चलनेवाले महात्मा गांधी ने भारत को अपने तत्त्वज्ञान से शिक्षा दी। उनके कार्यों का महत्व आज भी हमें सिखाता है कि शांति व सच्चाई से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। यह विचार ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने व्यक्त किए।
के.जे. इंस्टीट्यूट के ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक में महात्मा गांधी की जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाई गई, तब उपस्थितों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. शरद कांदे बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में संस्था के संस्थापक कल्याणराव जाधव और संकुल के निदेशक समीर कल्ला, विभाग प्रमुख प्रा. युवराज पवार के साथ सभी विभाग के विभाग प्रमुख, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।
महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर विद्युत एवं दूरसंचार विभाग के तृतीय वर्ष के छात्र एवं छात्राओं ने स्वच्छ भारत अभियान पर लघु नाटिका प्रस्तुत कर सभी शिक्षकों एवं छात्रों का दिल जीत लिया। साथ ही प्रांजलि सोनवणे और संचिता लोले ने रंगोली तो आदित्य कोल्हे का गांधीजी के चित्र का स्केच सराहना का हिस्सा बना। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कचरे से टिकाऊपन की अवधारणा पर मृदुला जगताप और राज सिंघानी द्वारा बनाया गया चरखा और रॉकेट इंडिया मॉडल था।
कार्यक्रम का नियोजन विद्युत एवं दूरसंचार अभियांत्रिकी के तीसरे वर्ष के छात्रों द्वारा उनके कक्षा शिक्षक प्रोफेसर कोमल चौधरी, सहायक प्रोफेसर वंदना डाके और प्रोफेसर राहुल पवार के मार्गदर्शन में किया था।
कार्यक्रम का सूत्र-संचालन आधीफा अत्तार और आभार प्रदर्शन ईश्वरी पाटिल ने किया।
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