बरसात के मौसम में प्रकृति के मनमोहक नजारों का पूरा आनंद लेकर सावधानीपूर्वक कीजिए ट्रेकिंग : डॉ. अनिल पाटिल

बरसात के मौसम में प्रकृति के मनमोहक नजारों का पूरा आनंद लेकर सावधानीपूर्वक कीजिए ट्रेकिंग : डॉ. अनिल पाटिल
हड़पसर जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
ठंडी हवा, रिमझिम बारिश व कीचड़ से रास्ता निकालते हुए हमारा ट्रैकिंग ग्रुप पिछले कई सालों से सुबह-सुबह बिना चूके हर रविवार को कई किलों और पहाड़ों जैसे कानिफनाथ गढ़, मल्हार गढ़, दिवेघाट मस्तानी झील, सिंहगढ़ पर जाता है। हम घर से चाय और नाश्ता भी बनाकर ले जाते हैं। कभी-कभी तो हम ट्रैकिंग की जगह पर आग जलाकर चूल्हे पर स्वादिष्ट खाना पकाते हैं।
पैदल व्यायाम के साथ-साथ आध्यात्म, योग, योगासन, हास्य मेला, गीत आदि गतिविधियों का लुफ़्त भी हम उठाते हैं, इसके अलावा वृक्षारोपण भी किया जाता है तथा गर्मियों में पक्षियों के लिए पेड़ों पर मटके बांधने तथा उन्हें पानी की प्याऊ की व्यवस्था की पहल करते हैं। पशु-पक्षियों के लिए विभिन्न गतिविधियां की जाती हैं। इसके अलावा कुछ ही दिनों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आनेवाला है, इसलिए योगाभ्यास शुरू हो गया है, जिसके लिए वर्षा अनिल पाटिल और योगेंद्र गायकवाड़ कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वे बहुत ही अच्छे तरीके से हमारे ट्रेकिंग ग्रुप को योगाभ्यास करवा रहे हैं।
संयुक्त शारीरिक स्वास्थ्य व आध्यात्मिकता के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखना यही हमारे ट्रैकिंग का प्रशंसनीय एवं सराहनीय प्रयास है। इसके पीछे उद्देश्य और संदेश यह है कि युवा पीढ़ी को भी इसके लिए पहल करनी चाहिए। यह अपेक्षा ट्रेकिंग ग्रुप के सदस्य श्री निलेश खंडालकर, विष्णु कुंभार, योगेंद्र गायकवाड, रामचंद्र दास, डॉ. अमोल पवार, वर्षा अनिल पाटिल, रेणुका विपीन गुजर, अमिता माताजी, रेणू माताजी, डॉ. अश्विनी हरणवाल, स्वेताजी, अस्मिता पवार, सुश्री ममता, दुर्गा व गुड्डी सुथार आदि ट्रेकिंग प्रेमियों ने व्यक्त की है। ट्रेकिंग ग्रुप के मुख्य आयोजक डॉ. अनिल पाटिल की अगुवाई में यह पहल की जा रही है।
बरसात के मौसम में ट्रेकिंग करने से आपको प्रकृति का मनमोहक नज़ारा देखने को मिलता है। बारिश में ट्रेकिंग के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात सुरक्षा है। सही तैयारी और सावधानी के साथ आप एक रोमांचक और सुरक्षित ट्रेकिंग अनुभव का आनंद ले सकते हैं। ट्रेकिंग के लिए सांस लेनेवाले और जल्दी सूखनेवाले कपड़े चुनें साथ ही वाटरप्रूफ और अच्छी पकड़वाले जूते पहनें, जो फिसलन से बचा सकें। संतुलन बनाए रखने और फिसलने से बचने के लिए ट्रेकिंग पोल का उपयोग करें। ट्रेकिंग को जाते समय प्राथमिक चिकित्सा किट, आपातकालीन आपूर्ति, टॉर्च और पर्याप्त पानी व ऊर्जावान स्नैक्स साथ रखें। ट्रैकिंग के दौरान सुरक्षा व सावधानी बरतें। बारिश में रास्ते फिसलन भरे हो सकते हैं, इसलिए सावधानी से चलें। ढलानों पर विशेष रूप से सावधान रहें। ट्रेकिंग करते समय अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें। यह जानकारी ट्रैकिंग प्रेमी डॉ. अनिल पाटिल ने दी है।
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