महामानवों के व्यापक विचारों की जयंती को रचनात्मक ढंग से मनाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी : भगवान वैराट
हड़पसर, मई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
महामानवों की जयंती मनाने का उद्देश्य यही है कि उनके व्यापक विचारों से पीढ़ी को अवगत कराना, जिन्होंने अपने सिद्धांतों से विचारों से दुनिया को प्रभावित किया है। उनकी जयंती मनाते समय उनके विचारों, कार्यों और जीवन के मूल्यों को याद करने और उनसे प्रेरणा लेने का एक सुनहरा अवसर है, उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने का प्रयास है ताकि महामानवों के व्यापक विचारों और उनकी शिक्षाओं को आनेवाली पीढ़ी तक पहुंचाना है ताकि वे भी उनके विचारों से प्रेरित हो सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें, इसलिए वर्तमान समय में महामानवों के व्यापक विचारों की जयंती को रचनात्मक ढंग से मनाना, हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। यह विचार महाराष्ट्र प्रदेश झोपड़पट्टी सुरक्षा दल के संस्थापक भगवान वैराट ने व्यक्त किए।
वंदनीय महामानव सामाजिक संस्था व महाराष्ट्र प्रदेश झोपड़पट्टी सुरक्षा दल द्वारा संयुक्त रूप से मालवाडी, हड़पसर में महात्मा ज्योतिराव फुले एवं भारतरत्न डॉ. बाबासाहब अम्बेडकर की संयुक्त जयंती के अवसर पर अभिवादन सभा का आयोजन किया गया तब उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भगवान वैराट बोल रहे थे।
इस अवसर पर यहां विधायक चेतन तुपे पाटिल, पूर्व स्वीकृत नगरसेवक दत्तात्रय तुपे, महाराष्ट्र झोपड़पट्टी सुरक्षा दल पश्चिम महाराष्ट्र अध्यक्ष मोहम्मद शेख, प्रदेश संघटक दत्ता कांबले, राकांपा अनुसूचित जाति विभाग हड़पसर अध्यक्ष वामन धाडवे, आरपीआई पुणे शहर उपाध्यक्ष संतोष खरात, सामाजिक कार्यकर्ता हरिभाऊ काले, किरण तुपे, सुनील गोगावले, सोनू कांबले, उद्यमी किरण कुमावत, वंदनीय महामानव सामाजिक संस्था के संस्थापक बालासाहेब सुपेकर, अध्यक्ष अनिल खरात, समर्पण प्रतिष्ठान के संस्थापक प्रवीण रणदिवे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में मालवाड़ी क्षेत्र के साधारण परिवारों की महिलाओं को ई-श्रम कार्ड उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा वितरित किए गए। साथ ही देश में चौथे स्थान पर यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करनेवाले अक्षय संजय मुरकुटे को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन नितिन बोराडे, स्वप्निल रासकर, संतोष पठारे, शिवाजी वाहुल, प्रताप कांबले, महादेव भोवाल, गणेश घोडके, दीपक गायकवाड, अमीन शेख, गणेश जाधव, धनाजी सकट, बालासाहेब गायकवाड, नितिन कांबले, संदीप खरात आदि द्वारा किया गया।
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