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पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी की बढ़ती मांग व संभावित कमी को दूर करने के लिए नगर निगम द्वारा लागू किए जाएंगे तत्काल उपाय

पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी की बढ़ती मांग व संभावित कमी को दूर करने के लिए नगर निगम द्वारा लागू किए जाएंगे तत्काल उपाय

पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी की बढ़ती मांग व संभावित कमी को दूर करने के लिए नगर निगम द्वारा लागू किए जाएंगे तत्काल उपाय

पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी की बढ़ती मांग व संभावित कमी को दूर करने के लिए नगर निगम द्वारा लागू किए जाएंगे तत्काल उपाय

पिंपरी, मई (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पिंपरी चिंचवड़ शहर पिछले कुछ हफ्तों से नागरिकों की ओर से पानी की बढ़ती मांग का सामना कर रहा है, वहीं दूसरी ओर शहर को संभावित जल संकट का भी सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल बांध में केवल जुलाई तक के लिए ही पानी उपलब्ध है। शहर के बोरवेलों का पानी भी सूख गया है। टैंकर की कीमतें भी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं। सोसायटियों में सीवेज प्रसंस्करण प्रणालियां भी बंद हैं तथा अनधिकृत पाइप कनेक्शनों में वृद्धि हुई है। गाड़ियों को धोने के लिए स्वच्छ पानी का उपयोग किया जा रहा है। इन सभी मुद्दों के समाधान तथा मानसून सीजन तक नागरिकों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम ने महत्वपूर्ण उपाय लागू करने का निर्णय लिया है।

पिंपरी चिंचवड़ शहर की जनसंख्या 2011 में 17 लाख थी जो आज बढ़कर 35 लाख हो गई है, परंतु जलापूर्ति में केवल 35% की वृद्धि हुई है। हालांकि नगर निगम पूरे साल नागरिकों को सुचारू जलापूर्ति उपलब्ध करा रहा है। अनधिकृत जल उपयोग के कारण गर्मियों के महीनों के दौरान जलापूर्ति में बाधा उत्पन्न होने की समस्या के समाधान के लिए नगर निगम ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
इनमें पंपों के माध्यम से सीधे लाइन से पानी खींचने पर प्रतिबंध और ऐसा पाए जाने पर कार्रवाई, अनधिकृत कनेक्शनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, वर्षा जल संचयन का रखरखाव, अगले दो महीनों के लिए नए जलापूर्ति कनेक्शनों पर रोक, सीवेज प्रसंस्करण प्रणाली न रहनेवाली वाणिज्यिक कॉलोनियों में पानी की आपूर्ति रोकने की संभावना, गाड़ियां और सड़क धोने के लिए पीने के पानी का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाया गया है।

इस पर अमल किया जाए…
-सीवेज प्रसंस्करण प्रणाली को अच्छी स्थिति में बनाए रखा जाना चाहिए। यही पानी ड्रिप सिंचाई के माध्यम से बगीचे को उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
-वर्षा जल संचयन प्रणाली की प्रतिवर्ष जांच की जानी चाहिए।
-पानी की टंकियों में लीक की जांच करें।
-पुरानी सोसायटियों में ग्रे वाटर प्लांट लगाए जाने चाहिए, जहां सीवेज प्रसंस्करण प्रणाली नहीं है।
-होटलों, मॉलों और स्कूलों को अपने नलों में एरेटर लगाना चाहिए, जिससे 50 प्रतिशत पानी की बचत हो सकती है।
-सोसायटीधारकों को सोसायटी में पानी का ऑडिट कराना चाहिए।
-अनाधिकृत नल कनेक्शन और जल दुरुपयोग की सूचना नगर पालिका को दी जानी चाहिए।
-पानी का टैंकर खरीदने से पहले पानी की गुणवत्ता की जांच करें।

यह मत कीजिए…
-पीने का पानी बर्बाद मत करो।
-सीवेज प्रसंस्करण प्रणाली को बंद न रखें।
-अनधिकृत जल कनेक्शन न लें।
-विद्युत पम्प का उपयोग करके सीधे लाइन से पानी न खींचें।
-गाड़ियां धोने के लिए पीने के पानी का उपयोग न करें।
जलदाय विभाग द्वारा किया जाएगा निरीक्षण
-नगर निगम की पाइप लाइन से सीधे पंप लगाकर पानी खींचनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-यदि कार्रवाई के बाद पानी खींचते हुए पाया गया तो नल कनेक्शन बंद कर दिया जाएगा।
-भवन निर्माण स्थलों, कार वॉशिंग सेंटर आदि का निरीक्षण किया जाएगा।
-उन मॉल्स और सोसायटियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो अपशिष्ट जल प्रसंस्करण प्रणालियों से उत्पादित जल का उपयोग नहीं करते हैं।
-पीने के पानी से कार और सड़क धोनेवालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

शहर की बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका नागरिकों को स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति कर रही है। चूंकि गर्मी का मौसम है, इसलिए नागरिकों को पानी की बर्बादी रोककर नगर निगम का सहयोग करना चाहिए। यह अपील पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के प्रभारी आयुक्त प्रदीप जांभले पाटिल ने की है।

पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के सह शहर अभियंता अजय सूर्यवंशी ने बताया कि नागरिकों को गर्मी के दिन समाप्त होने और बरसात शुरू होने तक पानी का उपयोग समझदारी से करना चाहिए। नगर निगम के जलदाय विभाग द्वारा अनधिकृत तरीके से पानी का उपयोग कर बर्बाद करनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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