नागरिकों को बेहतर परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत : उपमुख्यमंत्री अजीत पवार
नागरिकों को बेहतर परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत : उपमुख्यमंत्री अजीत पवार
पुणे महानगर परिवहन महामंडल के चर्होली और माण ई-बस डिपो उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा उद्घाटित
पुणे, अप्रैल (जिमाका)
पुणे महानगर परिवहन महामंडल के दस्ते में जल्द ही डेढ़ हजार बसें शामिल होंगी। राज्य सरकार मेट्रो लाइनों, आउटर रिंग रोड, बस सेवाओं के विस्तार आदि के माध्यम से यहां परिवहन व्यवस्था को मजबूत करके नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने का प्रयास कर रही है। यह विचार उपमुख्यमंत्री तथा जिले के पालकमंत्री अजीत पवार ने व्यक्त किये।
पुणे महानगर परिवहन महामंडल लि. (पीएमपीएमएल) चहो‘ली बु. में ई-बस डिपो के साथ-साथ माण ई-बस डिपो का (ऑनलाइन रूप से) उद्घाटन और लोकार्पण उपमुख्यमंत्री श्री पवार के हाथों किया गया था तब वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां विधानसभा के उपाध्यक्ष अण्णा बनसोडे, विधायक बापूसाहेब पठारे, पुणे नगर निगम आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले, पीएमपीएमएल की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक दीपा मुधोल-मुंडे, पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम आयुक्त शेखर सिंह, पीएमपीएमएल के संयुक्त प्रबंध निदेशक नितिन नार्वेकर और अन्य उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री पवार ने बताया कि माण डिपो को 30 ई-बसें, चर्होली डिपो के लिए 60 ई-बसें ग्रॉस कॉस्ट कॉन्ट्रैक्ट (जीसीसी) आधार पर उपलब्ध होंगी। पीएमपीएमएल को बसें खरीदने के लिए पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) ने 230 करोड़ रुपये दिए हैं और इससे जल्द से जल्द 500 सीएनजी बसें खरीदने की प्रक्रिया पूरी की जानी चाहिए। इसके अलावा, पुणे नगर निगम को 150 करोड़ और पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम को 100 करोड़ रुपये का भुगतान करना चाहिए, जिससे 500 सीएनजी बसें खरीदी जाएंगी। इसके अतिरिक्त, जी.सी.सी. आधार पर 500 इलेक्ट्रिक बसें भी खरीदी जाएंगी। चरणबद्ध तरीके से और भी बसेस खरीदी जाएंगी। इस ई-डिपो के माध्यम से राज्य सरकार का हरित महाराष्ट्र का विजन सामने आता है।
श्री.पवार ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि शहर में यातायात को बढ़ावा देने और यातायात की भीड़भाड़ से निपटने के लिए, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के माध्यम से आउटर रिंग रोड पर काम चल रहा है और पीएमआरडी द्वारा इनर रिंग रोड पर भी जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा मेट्रो लाइनों का विस्तार किया जा रहा है। प्रत्येक 20 प्रतिशत राशि केंद्र व राज्य शासन, पुणे और पिंपरी चिंचवड़ नगर निगमों को 10 प्रतिशत राशि और शेष 50 प्रतिशत राशि वित्तीय संस्थानों द्वारा प्राप्त करके दोनों शहरों में मेट्रो का नेटवर्क निर्माण किया जाएगा। स्वारगेट से कात्रज मेट्रो को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। खडकवासला-स्वारगेट-हड़पसर-खराडी और नलस्टॉप-वारजे-माणिकबाग मेट्रो के लिए भी मंजूरी का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि पीएमपीएमएल के कर्मचारियों के लिए भी अच्छे निर्णय लिए गए हैं। वर्ष 2015 में 240 दिन नियमित काम पर रहनेवाले 1 हजार 467 स्थानांतरण कर्मियों को साथ ही नवम्बर में 1 हजार 700 स्थानांतरण कर्मियों को नियमित करने का निर्णय लिया गया था। सातवें वेतन आयोग की बकाया राशि का भुगतान चार किस्तों में करने का निर्णय लिया गया है। पुणे व पिंपरी चिंचवड दोनों शहरों को स्मार्ट सिटी प्रगत, सुरक्षित और संतुलित शहरी जीवनशैली का मॉडल तैयार करना चाहिए, इसलिए प्रशासन और सरकार के साथ मिलकर जनता ने काम करना चाहिए। यह अपील श्री पवार ने की।
उन्होंने बताया कि पिंपरी चिंचवड़ शहर की जनसंख्या 2041 वर्ष तक 61 लाख हो जाएगी, यह अनुमान है। इस जनसंख्या को पानी, सड़क, मेट्रो, रेल और परिवहन सेवाओं तक अच्छी पहुंच प्रदान करने के लिए योजना बनाई जा रही है। शहर को पवना और आंद्रा बांधों से पानी की आपूर्ति की जा रही है तथा ठोकरवाडी बांध से भी पानी प्राप्त करने के प्रयास चल रहे हैं। मुलशी बांध से कृषि के लिए पानी उपलब्ध कराने का सरकार प्रयास कर रही है।
उन्होंने बताया कि श्रमिकों, मेहनतकश मजदूरों को अत्यंत निम्न आय वर्ग (ईडब्ल्यूएस) परिवारों के आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में आवास परियोजनाएं शुरू की गई हैं। पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों में 30 हजार घर तो ग्रामीण क्षेत्रों में 5 हजार घर बनाए जा रहे हैं। ऐसा करते समय प्रधानमंत्री आवास योजना से 2 लाख 50 हजार रुपये, निर्माण श्रमिकों के मामले में निर्माण श्रमिक निगम से 2 लाख रुपये और प्रत्येक घर के लिए सूर्यघर योजना से सौर ऊर्जा हेतु 30 हजार रुपये की राशि दी जाएगी।
श्रीमती मुधोल-मुंडे ने कहा कि निगम की सेवा में 1 हजार 967 बसेंस हैं, ये प्रतिदिन 3 लाख 10 हजार किलोमीटर की दूरी तय करती हैं। इससे प्रतिदिन लगभग 12 लाख 50 हजार यात्रीगण सफर करते हैं। वर्तमान में 15 बस डिपो हैं और 2 ई-बस डिपो सेवा में दाखिल होने जा रहे हैं। निगम की सेवा में बड़ी संख्या में बसेंस आएं, इस के लिए योजना चल रही है। ‘आपली पीएमपीएमएल मोबाईल एप’ को नागरिकों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। डिजिटल पहल के लिए राष्ट्रीय स्तर के दो पुरस्कार भी निगम को मिले हैं। भविष्य में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करते हुए एक स्मार्ट बस प्रणाली कंडक्टर मुक्त सेवा शुरू करने की योजना बनाई है। सुरक्षा और दुर्घटना-मुक्त सेवा के लक्ष्य के साथ पीएमपीएमएल काम कर रही है।
प्रारंभ में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मृत नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
श्री पवार ने बस डिपो का उद्घाटन और लोकार्पण करने के बाद ई-बसों का भी लोकार्पण किया और बसों का निरीक्षण किया।
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