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पुणे में 9 अप्रैल को कृषि विभाग की राज्यस्तरीय कार्यशाला

पुणे में 9 अप्रैल को कृषि विभाग की राज्यस्तरीय कार्यशाला

पुणे में 9 अप्रैल को कृषि विभाग की राज्यस्तरीय कार्यशाला

पुणे में 9 अप्रैल को कृषि विभाग की राज्यस्तरीय कार्यशाला

पुणे, अप्रैल (जिमाका)
राज्य में कृषि क्षेत्र के विकास व कृषि अधिकारियों व कर्मचारियों को कृषि क्षेत्र की नवीनतम तकनीक से परिचित कराने के लिए राज्य के कृषि अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन बुधवार (9 अप्रैल) को बैडमिंटन हॉल, शिव छत्रपति खेल परिसर, बालेवाड़ी, म्हालुंगे में किया गया है।

9 अप्रैल को प्रातः 10 बजे कार्यशाला का उद्घाटन होगा। इस अवसर पर राज्य के कृषि मंत्री, कृषि राज्य मंत्री, कृषि विभाग के प्रधान सचिव, कृषि आयुक्त, नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी परियोजना (पोकरा) के परियोजना निदेशक, स्मार्ट परियोजना के परियोजना निदेशक, महाबीज, महाराष्ट्र कृषि उद्योग विकास महामंडल, राष्ट्रीय बागवानी मिशन के प्रबंध निदेशक, महाराष्ट्र कृषि शिक्षा व अनुसंधान परिषद के महानिदेशक आदि अधिकारी उपस्थित रहकर मार्गदर्शन देंगे।

कार्यशाला में राज्य के कृषि विभाग के सभी कृषि निदेशक, विभागीय कृषि संयुक्त निदेशक, विभागीय अधीक्षक कृषि अधिकारी, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी, परियोजना निदेशक (आत्मा), जिला परिषद कृषि विकास अधिकारी, उप-विभागीय कृषि अधिकारी, तालुका कृषि अधिकारी, जिला गुणवत्ता निरीक्षक, मंडल कृषि अधिकारी तथा प्रत्येक तालुका से एक कृषि पर्यवेक्षक और एक कृषि सहायक लगभग 2 हजार 200 अधिकारी एवं कर्मचारी भाग लेंगे। साथ ही अन्य कर्मचारी भी कृषि विभाग के https://www.youtube.com/-gricultureDepartmentGoM इस यूट्यूब चैनल के माध्यम से भाग ले सकेंगे।

मानव द्वारा की गई तकनीकी प्रगति के कारण, कृषि ने पारंपरिक खेती से लेकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों तक का सफर तय कर लिया है। कार्यशाला का आयोजन इस दृष्टिकोण के साथ किया गया है कि कृषि विभाग और किसान इस यात्रा में सशक्त बने रहें। वास्तव में राज्य में यह पहली बार है कि राज्य स्तर, ग्राम स्तर के समान स्तर पर आ गया है।

यह कार्यशाला कृषि क्षेत्र और किसानों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों, भविष्य के अवसरों और चुनौतियों पर ध्यान देने तथा किसानों की आय बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाने पर केंद्रित होगी। इस उद्देश्य से, विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों में मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

इसमें कृषि क्षेत्र में डिजिटल मार्केटिंग की भूमिका, कृषि उत्पादन प्रक्रिया में अवसर और चुनौतियां, कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धि का उपयोग, किसानों की आय बढ़ाने के लिए की जाने वाली विभिन्न पहल आदि जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा राज्यभर में उल्लेखनीय कार्य करनेवाले कृषि अधिकारी व कर्मचारी अपने अनुभव साझा करेंगे और चर्चासत्र में भाग लेंगे। यह जानकारी कृषि निदेशक (प्रक्रिया एवं योजना) विनयकुमार आवटे ने दी है।

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