जरूरतमंदों के लिए उपयोगी होना ही है संतों की शिक्षा : अथर्व महामुनी
जरूरतमंदों के लिए उपयोगी होना ही है संतों की शिक्षा : अथर्व महामुनी
फुरसुंगी, जनवरी (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
जरूरतमंदों के लिए उपयोगी होना ही संत की शिक्षा है। इस शिक्षा का लोककल्याण प्रतिष्ठान के संस्थापक राजाभाऊ होले और उनके सहयोगी पिछले 18 वर्षों से लगातार आचरण में ला रहे हैं। यह विचार संत नरहरि सोनार महाराज के 24 वें वंशज अथर्व महामुनी ने व्यक्त किये।
लोककल्याण प्रतिष्ठान की ओर से लोककल्याण अन्नपूर्णा योजना के तहत 18 वीं लाभार्थी श्रद्धा तुषार मेमाणे को आर्थिक रूप से सक्षम होने तक हर महीना किराना के वितरण का शुभारंभ संत नरहरि सोनार महाराज के 24वें वंशज अथर्व महामुनी द्वारा शुरू किया गया, तब वे बोल रहे थे।
इस अवसर पर यहां अपराध शाखा पुणे के पुलिस निरीक्षक युवराज हांडे, प्रजापिता ब्रह्मकुमारी विद्यालय की संचालिका लता पाटिल, शिवसेना महिला आघाडी पुणे शहर उपसंघटिका प्रा.विद्या संतोष होडे, राष्ट्रवादी महिला आघाडी हवेली की प्राची देशमुख, लोककल्याण प्रतिष्ठाण के अध्यक्ष राजाभाऊ होले, कार्याध्यक्ष हरिश्चंद्र कुलकर्णी, उपाध्यक्ष दिलीप भामे, सचिव इंद्रपाल हत्तरसंग, सहसचिव प्रा. एस. टी. पवार, कोषाध्यक्ष पांडुरंग शेंडे, सहकोषाध्यक्ष तुकाराम घोडके आदि मंच पर उपस्थित थे।
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