भारतीय रेल सिविल इंजीनियरिंग संस्थान (इरिसेन) में 67वां स्थापना दिवस ‘इरिसेन दिवस’ के रूप में मनाया

भारतीय रेल सिविल इंजीनियरिंग संस्थान (इरिसेन) में 67वां स्थापना दिवस ‘इरिसेन दिवस’ के रूप में मनाया

भारतीय रेल सिविल इंजीनियरिंग संस्थान (इरिसेन) में 67वां स्थापना दिवस ‘इरिसेन दिवस’ के रूप में मनाया

भारतीय रेल सिविल इंजीनियरिंग संस्थान (इरिसेन) में 67वां स्थापना दिवस ‘इरिसेन दिवस’ के रूप में मनाया

पुणे, नवंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
भारतीय रेल सिविल इंजीनियरिंग संस्थान (इरिसेन) में 14 एवं 15 नवंबर, 2024 को 67 वां स्थापना दिवस ‘इरिसेन दिवस’ के रूप में मनाया गया। श्री नवीन गुलाटी, सदस्य / इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे बोर्ड (भारत सरकार के पदेन सचिव) ने समारोह की अध्यक्षता की। सम्माननीय अतिथि श्री दिनेश कुमार, अपर सदस्य (भूमि एवं अधिग्रहण) रेलवे बोर्ड, श्री चंद्र प्रकाश गुप्ता अपर सदस्य (कार्य) रेलवे बोर्ड और अन्य उच्चाधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। श्री सुनील कुमार झा महानिदेशक इरिसेन ने स्वागत भाषण दिया तथा आधुनिक रेल तकनीकी ज्ञान का प्रचार-प्रसार करने के लिए इरिसेन द्वारा उठाए गए कदमों को विस्तार से बताया।

इरिसेन भारतीय रेल के केंद्रीकृत प्रशिक्षण संस्थानों (CTI) में से एक है, संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से भर्ती हुए भा.रे.इंजी. सेवा (IRSE) के अधिकारियों को रेल सेवा पूर्व प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ सेवारत इंजीनियरों एवं रेल के पीएसयू इंजीनियरों के लिए रेल इंजीनियरिंग के उभरते क्षेत्रों में उनके ज्ञान एवं कौशल को उन्नत करने के लिए अनेक विशेष पाठ्यक्रमों का आयोजन करता है।
‘इरिसेन’ पुणे के कोरेगांव पार्क में पर्यावरण अनुकूल प्लैटिनम रेटेड ग्रीन बिल्डिंग में स्थित है, जो रेल अधिकारियों को उन्नत स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आधुनिक बुनियादी सुविधाओं से लैस है। संस्थान द्वारा वर्ष 2024 में 111 पाठ्यक्रम (माह अक्टूबर 2024 तक) आयोजित किए गए, जिसमें रेल के 2323 अधिकारियों, पर्यवेक्षकों तथा अन्य रेल संगठनों के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।

इस अवसर पर 14 नवंबर, 2024 को निम्नलिखित विषयों पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया;
1. भारतीय रेल की अवसंरचना के निर्माण एवं अनुरक्षण कार्यों में चुनौतियां।
2. त्वरित परियोजना सुपुर्दगी के लिए ठेका प्रणाली की नवीनतम प्रक्रियाएं।
भारतीय रेलवे में रेलगाड़ी चलाने में समय की बचत और मालगाड़ियों की वहन क्षमता बढ़ाने के वर्तमान परिदृश्य में उपरोक्त विषय अत्यंत प्रासंगिक हैं। सेमिनार में उपरोक्त विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया और बहुमूल्य अनुशंसाएं प्रस्तुत की गईं।
समारोह के दौरान 25 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले वर्ष 1998 बैच के भा.रे.इंजी. सेवा के अधिकारियों को सम्मानित किया गया। पिछले वर्ष के दौरान आयोजित विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को पदक एवं पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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