छात्रों के लिए आशा की किरण हैं अंग्रेजी माध्यम के स्कूल : आयुक्त शेखर सिंह
छात्रों के लिए आशा की किरण हैं अंग्रेजी माध्यम के स्कूल : आयुक्त शेखर सिंह
पिंपरी, अक्टूबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
आज हम शिक्षा के एक नए युग की दहलीज पर खड़े हैं, जहां ज्ञान की कोई सीमा नहीं है व प्रत्येक छात्र को इस ज्ञान को प्राप्त करने का अवसर है। अंग्रेजी माध्यम के स्कूल सिर्फ एक इमारत नहीं बल्कि छात्रों के लिए आशा की किरण हैं। नगर निगम के स्कूलों में सकारात्मक बदलाव लाने, यहां के छात्रों के सपनों को और मजबूत करने व उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए एक निवेश है। भविष्य में इस विद्यालय के छात्र निश्चित ही शहर का नाम राष्ट्रीय व विश्वस्तर पर ऊंचा करेंगे। यह विश्वास पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के आयुक्त शेखर सिंह ने व्यक्त किया।
पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका की ओर से फुगेवाडी स्थित लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक विद्यामंदिर स्कूल के नये भवन में 8वीं से 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी माध्यम का स्कूल स्थापित किया गया है। उक्त स्कूल का उद्घाटन आयुक्त एवं प्रशासक शेखर सिंह के शुभ हाथों किया गया, तब वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप जांभले पाटिल, सहायक आयुक्त विजयकुमार थोरात, उमेश ढाकणे, प्रशासन अधिकारी संगीता बांगर, मुख्याध्यापक राहुल अडवानी, आईटीएच संस्था की संचालिका नेहा वैद्य, सीनियर गवर्नमेंट पार्टनरशिप असोसिएट के गितेश शिनगारे, शंकर शिर्के, महेंद्र भोर, बजाज ग्रुप सीएसआर अध्यक्ष कुरूष इराणी और आईटीएच संस्था के प्रतिनिधि व स्कूल के छात्र उपस्थित थे।
नगर निगम, फुगेवाड़ी के लोकमान्य तिलक विद्यामंदिर में स्कूल के नए भवन में आईटीएच संस्था द्वारा 8वीं से 10वीं कक्षा का एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किया गया है। स्कूल को चलाने के लिए नगर निगम की ओर से आवश्यक सुविधाओं की आपूर्ति आईटीसी संस्था को प्रदान की गई है। फुगेवाड़ी के इस अंग्रेजी स्कूल को चलाने की पूरी जिम्मेदारी आईटीएच संस्था उठाएगी, संस्था द्वारा संचालित स्कूल में एस.एस.सी. पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा और केवल नगर निगम स्कूलों के छात्रों को ही यहां प्रवेश मिल सकता है और कुल 238 छात्र यहां पढ़ रहे हैं।
स्कूल में बीएलएल ब्लेंडेड लर्निंग लैब की सुविधा है। इस लैब का उपयोग छात्रों के बीच शैक्षणिक अंतर को पाटने के लिए किया जा रहा है। छात्रों की प्राथमिक भाषा अंग्रेजी नहीं है या फिर इसलिए कि उनके आसपास अंग्रेजी भाषा का प्रयोग बहुत कम होता है, जिसके कारण उनकी अंग्रेजी भाषा को विकसित करने में समय लगता है। एक शिक्षक के लिए इसे हासिल करना कठिन है। लैब के माध्यम से प्रौद्योगिकी के उपयोग से छात्रों को अंग्रेजी भाषा में पढ़ने और सुनने की समझ जल्दी विकसित करने में मदद मिलेगी।
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