बौद्धिक, मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है योग : प्राचार्य डॉ. शरद कांदे

बौद्धिक, मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है योग : प्राचार्य डॉ. शरद कांदे

बौद्धिक, मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है योग : प्राचार्य डॉ. शरद कांदे

बौद्धिक, मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है योग : प्राचार्य डॉ. शरद कांदे
ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक में योग कार्यशाला का किया गया आयोजन

कोंढवा, सितंबर (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
नियमित योग साधना करने से आप अपने जीवन में इसके कई लाभ पा सकते हैं। सभी के बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलन बनाए रखने के लिए योग बहुत महत्वपूर्ण है। स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ने के लिए योगाभ्यास और उनके महत्व को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। यह विचार ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य डॉ. शरद कांदे ने व्यक्त किए।

ट्रिनिटी पॉलिटेक्निक प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए योग प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करते हुए वे बोल रहे थे।
इस अवसर पर महाविद्यालय के कंप्यूटर विभाग के प्रोफेसर आशीष मोडक ने योग प्राणायाम का प्रदर्शन किया। उन्होंने योग के शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक लाभों का भी विश्लेषण किया और सत्तम संतुष्टिम् योगी का अर्थ समझाते हुए प्रदर्शन किया।

विभिन्न योग और उनके लाभों का उल्लेख इस प्रकार है-
वृक्षासन- पैरों, टखनों, घुटनों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
ताड़ासन- यह योगासन कमर दर्द से राहत दिलाता है।
मयूरासन- इस योग के नियमित अभ्यास से पाचन में सुधार होता है और पेट की समस्याओं में सुधार होता है।
पद्मासन- यह योग पीठ और हृदय रोगों के लिए सबसे अच्छा आसन है, यह हमारी पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है।
प्राणायाम- यह आपकी शारीरिक और मानसिक शक्ति को बढ़ाता है।

इस अवसर पर संस्था के संस्थापक श्री कल्याणराव जाधव एवं संकुल के निदेशक समीर कल्ला के मार्गदर्शन से सभी को लाभ मिला। साथ ही इस कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. हनुमान इंगले, प्रो. सचिन घुगे, प्रो. ज्योति बेलविकर, प्रो. मनीषा जाधव, प्रो. मेधा खोपडे, सायली चावीर और राजेंद्र राउत गैर-शिक्षण कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक डॉ. संदीप गवते व आभार प्रदर्शन प्रा. गुलाब कुमकर ने किया।

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