विभागीय लोकशाही दिवस : तीन मामलों पर हुई सुनवाई; निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के विभागीय आयुक्तों ने दिए निर्देश
पुणे, सितंबर (जिमाका)
आम जनता की शिकायतों और कठिनाइयों को सरकारी यंत्रणा द्वारा न्याय और तत्परता से हल करने के हेतु विभिन्न स्तरों पर लोकशाही दिवस आयोजित किए जाते हैं और नागरिकों की शिकायतों पर निर्णय लिए जाते हैं। विभागीय लोकशाही दिवस के दौरान दर्ज मामलों की सुनवाई कर दिए गए आदेशों का प्रशासन सख्ती से पालन करें और शिकायतों का त्वरित निस्तारण करें अन्यथा इसे गंभीरता से लिया जाएगा। यह निर्देश विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार ने दिए हैं।
विभागीय आयुक्त कार्यालय सभागृह में विभागीय स्तर पर लोकशाही दिवस के मामलों की सुनवाई के दौरान वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां पुलिस महानिरीक्षक सुनिल फुलारी, राजस्व उपायुक्त अण्णासाहेब चव्हाण, नगर पालिका प्रशासन उपायुक्त पूनम मेहता, मनोरंजन कराधान उपायुक्त निलीमा धायगुडे, लोक निर्माण विभाग के सहायक मुख्य अभियंता आर.वाय. पाटिल उपस्थित थे।
जिलास्तरीय लोकशाही दिवस के दौरान शिकायतों का समाधान नहीं होनेवाले तीन मामलों पर डॉ. पुलकुंडवार ने आवेदकों को अपनी बात रखने का अवसर दिया और सुनवाई की। आवेदकों की शिकायतों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये।
डॉ.पुलकुंडवार ने कहा कि जिलास्तर पर हल होनेवाली समस्याओं के समाधान के लिए नागरिकों को विभागीय लोकशाही दिवस पर आना पड़े, यह ठीक नहीं है। जिला प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए और संबंधित अधिकारियों को आवेदक की शिकायतों का समाधान करना चाहिए।
डॉ. पुलकुंडवार ने बताया कि जनता की शिकायतों के निस्तारण में यदि टालमटोल या शिथिलता होने का पता चला तो संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार मानते हुए प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के विभागस्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
Post Comment