छात्रों के स्वास्थ्य के लिये स्वच्छ और सुविधाओं से परिपूर्ण शौचालय होना जरुरी : कविता पाटिल
पी. एम. शहा फाउंडेशन, पुणे द्वारा अध्यापकों के लिए एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन
पुणे, अगस्त (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
आरोग्यदायी शिक्षा प्रणाली में पाठशाला के शौचालयों का महत्व अधिक है। छात्रों के स्वास्थ्य के लिये स्वच्छ और सुविधाओं से परिपूर्ण शौचालय होना जरुरी है, इसलिये पाठशाला प्रशासन ने छात्रों को हर तरह की सुविधाएं देते समय शौचालय की सुविधाओं को अग्रक्रम देना जरुरी है। यह विचार आकार एजूकेशन सोल्युशन की कविता पाटिल ने व्यक्त किये। पी. एम. शहा फाउंडेशन, पुणे द्वारा पाठशालाओं के अध्यापकों के लिए एक दिन की कार्यशाला का आयोजन किया गया था, तब कविता पाटिल मार्गदर्शन कर रही थीं।
पी. एम. शहा फाउंडेशन की तरफ से हर साल पुणे शहर के चुने हुए दस स्कूलों में सेहत, स्वच्छता और शौचालय संबंधित जागृति उपक्रम का पिछले 13 साल से आयोजन किया जा रहा है। इस उपक्रम में पुणे शहर की सौ से अधिक पाठशालाएं भाग ले चुकी हैं। इस उपक्रम में शामिल पाठशालाओं के अध्यापकों के लिए कर्मवीर भाऊसाहेब हिरे हाईस्कूल, लक्ष्मीनगर में एक दिन की कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
पी.एम. शहा फाऊंडेशन के संचालक ऍड. चेतन गांधी के नेतृत्व में आयोजित की गई इस कार्यशाला में कर्मवीर भाऊसाहेब हिरे हाईस्कूल के मुख्याध्यापक अजीत माने का बहुमूल्य योगदान रहा।
इस कार्यशाला में न्यू इंग्लिश स्कूल, ससाणेनगर की ज्योति भुजबल और रुपाली गायकवाड, चंद्रकांत दरोडे प्राथमिक विद्यालय की शोभा नगरे और पुष्पा कोलपे, कर्मवीर भाऊसाहेब हिरे हाईस्कूल के वसंत डेरे और मनीषा खामकर, हुजूरपागा कन्या प्रशाला लक्ष्मीरोड की रेखा रायसोनी और शुभांगी गुजर, समता विद्यालय के मुख्याध्यापक रोहिदास एकाड और शशिकांत धाडवे, गगनगिरी इंग्लिश मीडियम स्कूल कात्रज की वैशाली कुंभार और स्नेहल तोंडरे, जिजामाता कन्या हाईस्कूल, शुक्रवार पेठ की उज्ज्वला चव्हाण और रावसाहेब पटवर्धन विद्यालय के पुष्पक कांदलकर ने भाग लिया।
इस कार्यशाला के आयोजन में सरस्वती मेहता, प्रा. अरुण फडतरे, रुपाली चव्हाण, रवींद्र कावरे, मोहीन दड्डीकर ने योगदान दिया।
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