कब तक… आखिर कब तक सहन करें इस ट्रैफिक जाम की समस्या को… कब मिलेगी राहत : डॉ. अनिल पाटिल
हड़पसर, अगस्त (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
हांडेवाड़ी रोड की हालात बहुत ही गंभीर स्थिति में है। रोड पर हुए गड्ढे, बरसात का रास्ते पर जमा हुआ जल निकासी के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जाना और ट्रैफिक जाम से झूझना? क्या कर रहा है प्रशासन!
हड़पसरवासियों से बस टैक्स ऐंठना क्या उतना ही काम मनपा प्रशासन कर रहा है, लेकिन किन स्थितियों से नागरिक गुजर रहे हैं, उन्हें क्या तकलीफें सहन करनी पड़ रही हैं, किन दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है, किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे वाकिफ होकर समस्याओं से राहत दिलाना क्या यह प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है? कब तक… आखिर कब तक हमें इन समस्याओं को सहन करना पड़ेगा? इस ट्रैफिक जाम की समस्या से हमें कब राहत मिलेगी? यह सवाल परिसर के निवासियों की ओर से समाजसेवक डॉ. अनिल पाटिल ने किया है।
पिछले सप्ताह हुई बारिश से यह परिसर बहुत प्रभावित हुआ। भारी बारिश ने नागरिकों को परेशान कर दिया। हांडेवाडी रोड के श्री राम चौक के पूरे क्षेत्र में पानी भर गया, सैयदनगर रेलवे गेट के पास बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, उनमें कमर तक पानी भर गया था, जिसके कारण कई वाहन इसमें फंस गए, कई नालियां जाम हो जाती हैं, गेट के पास का चैंबर हमेशा जाम रहता है, पानी निकलने की जगह नहीं रहती। परिणाम स्वरूप वहां के नजदीकी कई घरों में पानी घुसने से कई परिवारों को परेशानी हो रही है। नागरिक बार-बार मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इसका स्थायी समाधान निकाले, इसके अलावा श्रीराम चौक पर वाहनों की भीड़ को दूर करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाने की भी मांग की जा रही हैं। सातवनगर, श्री राम चौक, सैयदनगर रेलवे गेट, गंगा विलेज क्षेत्र में यातायात बहुत प्रभावित होता है। यहां वाहनों की संख्या काफी बढ़ गई है। यह रोड यातायात के लिए बहुत भीड़भाड़ वाला हो गया है। यहां स्थायी उपाय किए जाएं और सड़क पर हुए गड्ढों को भरा जाए। साथ ही यातायात सुचारु रूप से होने के लिए आवश्यक उचित कदम उठाएं जाएं। यह मांग समाजसेवक डॉ. अनिल पाटिल, श्री दिलावर शेख, श्री योगेंद्र गायकवाड, श्री मधुकर जगताप, श्री मोहन मोरे, श्री विवेक मुले, श्री संजय पवार, श्री गणेश पाटिल, श्री नितेश गद्रे, श्री नाना सायकर, श्री रतन कुंडू, नीता जमदाडे, वर्षा पाटिल, रंजना रणपिसे, वसीम फरास, श्री श्रीकृष्णा ताजणे, मनीषा ताजणे, आबेदा दिलावर शेख आदि ने की है।
डॉ अनिल पाटिल ने बताया कि गड्ढों का अंदाजा न होने से वाहन टकराकर क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। वाहनचालकों में रीढ़ और गर्दन की बीमारियां भी बड़े पैमाने पर बढ़ रही हैं। गड्ढों से बचने के दौरान वाहन चालकों की आपस में दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। गड्ढों में जमा पानी के कारण राहगीर भी फंस रहे हैं। इस क्षेत्र में आए दिन होनेवाले वाहनों के जाम, सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों और जमा हो रहा पानी इन समस्याओं को हल करने के लिए और नागरिकों को राहत दिलाने के लिए तुरंत उचित एवं स्थायी ठोस कदम उठाएं जाए।
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