गणेशोत्सव, नवरात्रि में उल्लास-नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के प्रति मंडल जनजागरण करें : जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे
पुणे, अगस्त (जिमाका)
आगामी गणेशोत्सव, नवरात्रि के दौरान मंडलों को जिले में केंद्र द्वारा पुरस्कृत उल्लास-नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के बारे में जनजागृति निर्माण करने की पहल करनी चाहिए। यह अपील जिलाधिकारी डॉ. सुहास दिवसे ने की है।
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जिले में 10 लाख 67 हजार 823 निरक्षर हैं, जिनमें 3 लाख 53 हजार 602 पुरुष और 7 लाख 14 हजार 221 महिलाएं हैं, इसलिए केंद्र सरकार ने पुणे जिले पर विशेष ध्यान दिया है और उल्लास-नवभारत साक्षरता कार्यक्रम का प्रभावी कार्यान्वयन आवश्यक है। इस कार्यक्रम के तहत वर्ष 2024-25 में जिले में 38 हजार 808 निरक्षर उल्लास एप का पंजीयन करने का लक्ष्य दिया गया है।
इस कार्यक्रम को प्रचारित करने की जरूरत है। इस संबंध में 1 से 8 सितम्बर के दौरान साक्षरता सप्ताह, गणेशोत्सव श्री गणेश चतुर्थी (7 सितम्बर) से अनन्त चतुर्थी (17 सितम्बर) एवं नवरात्रि महोत्सव (3 से 12 अक्टूबर) के दौरान गतिविधियाँ आयोजित की जाएं। गणेश मंडलों को उल्लास कार्यक्रम पर आधारित बैनर लगाने चाहिए। वकृत्व, चित्रकला, रंगोली, वाद-विवाद, गीत गायन, सामान्य ज्ञान और कथाकथन की प्रतियोगिताएं आयोजित करनी चाहिए।
गणेश मंडल के सदस्यों को स्वयंसेवक के रूप में कार्य कर अपने क्षेत्र के 50 से 100 निरक्षरों को विद्यालयों की सहायता से साक्षर बनाना चाहिए। वर्ष 2023-24 में नव साक्षर स्नातकों को सम्मानित करने, उनके साक्षात्कार एवं मनोगत आयोजित करने की गतिविधियाँ आयोजित की जायें। जिला और तालुका स्तर पर गतिविधियाँ आयोजित करनेवाले मंडलों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। यह जानकारी डॉ. दिवसे ने दी है।
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