वित्त वर्ष 2023-24 में पेटेंट की संख्या एक लाख से अधिक हुई
वित्त वर्ष 2023-24 में मान्यता प्राप्त स्टार्टअप ने 1.25 लाख का आंकड़ा पार किया
45 प्रतिशत स्टार्टअप दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से
सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय उद्योग में वैज्ञानिक अनुसंधान के मार्गदर्शन के लिए अनुसंधान राष्ट्रीय शोध संस्थान (एएनआरएफ) का गठन
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज संसद में ‘आर्थिक समीक्षा 2023-24’ पेश करते हुए कहा कि देश में पेटेंट और स्टार्टअप में तीव्र वृद्धि से पता चलता है कि ज्ञान और नवाचार ने देश की अर्थव्यवस्था में वृद्धि में सहयोग किया है। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार यह समग्र नवाचार से संचालित औद्योगिक इकोसिस्टम का उदाहरण है।
सर्वेक्षण के मुताबिक हाल के वर्षों में देश में औद्योगिक अनुसंधान और विकास में वृद्धि से भारत का वैश्विक नवाचार सूचकांक में लगातार सुधार हुआ है। सूचकांक के घरेलू बाजार संकेतक के अनुसार वैश्विक स्तर पर भारत पहली रैंक पर है। सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2014-15 में 5978 स्वीकृत पेटेंट की संख्या में वर्ष 2023-24 में 17 गुणा की वृद्धि के साथ स्वीकृत पेटेंट की संख्या 1,03,057 हो गई। सर्वे के अनुसार पंजीकृत डिजाइन की संख्या 2014-15 में 7,147 से वर्ष 2023-24 में 30,672 हो गई। इसके अनुसार सरकार का लक्ष्य वर्ष 2023-2028 के दौरान 50 हजार करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से अनुसंधान राष्ट्रीय शोध संस्थान (एएनआरएफ) का गठन करना है। इससे भारतीय उद्योग में वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए उच्च स्तरीय रणनीतिक मार्गदर्शन उपलब्ध कराएगा।
सर्वेक्षण में भारत में वाईब्रेंट स्टार्टअप इकोसिस्टम को रेखांकित किया गया है। इसके अनुसार वर्ष 2016 में डीपीआईआईटी द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप की संख्या लगभग 300 से मार्च 2024 के अंत तक बढ़कर 1.25 लाख से अधिक हो गई। मान्यता प्राप्त स्टार्टअप में से 45 प्रतिशत से अधिक दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से उभरे हैं। सर्वेक्षण के अनुसार 13 हजार से अधिक स्टार्टअप आर्टिफिशियल इटेलीजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स और नैनो टोक्नोलॉजी के क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार भारतीय स्टार्टअप देश में नवाचार, संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं और इन स्टार्टअप ने वर्ष 2016 से मार्च 2024 तक 12 हजार से अधिक पेटेंट आवेदन किए हैं। स्टार्टअप के लिए 135 से अधिक वैकल्पिक निवेश निधियों ने स्टार्टअप में वित्त वर्ष 2024 के अंत तक 18 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। भारत स्टार्टअप नॉलेज एक्सेस रजिस्ट्री का उद्देश्य स्टार्टअप इकोसिस्टम में विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाना है।
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