शैक्षणिक सामग्रियों के गुणवत्ता मूल्यांकन से चयनित सामग्री ‘डीबीटी’ के माध्यम से होगी वितरित
पिंपरी, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका का शिक्षा विभाग हर साल ‘डीबीटी’ के माध्यम से छात्रों को शैक्षणिक सामग्री वितरित करता है। विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए चालू शैक्षणिक वर्ष में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतर (डीबीटी) के अंतर्गत क्यूआर कोड आधारित पद्धति से सामग्री वितरित की जाएगी। विद्यार्थियों तक सीधे शैक्षणिक सामग्री पहुंचाने के लिए विभाग ने नई प्रक्रिया अपनाई है।
शहर के सभी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए शहर के 15 आपूर्तिकर्ता ठेकेदारों ने बोली में भाग लिया। इसमें ‘आरएफपी’ के मानदंडों के अनुसार बोली में भाग लेनेवाले 13 आपूर्तिकर्ता ठेकेदारों का चयन किया गया। इनमें से एक आपूर्तिकर्ता ठेकेदार ने नाम वापस ले लिया है और दोनों ने राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से मान्यताप्राप्त प्रयोगशालाओं (लैब) से शैक्षिक सामग्री को मंजूरी दे दी है, इसलिए शेष दस आपूर्तिकर्ता ठेकेदारों को अपने माल के पुन: परीक्षण के लिए राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से मान्यताप्राप्त प्रयोगशालाओं से अनुमोदन प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
आपूर्तिकर्ता ठेकेदारों की पहचान गोपनीय रखते हुए किया जाएगा माल का मूल्यांकन…
शैक्षणिक सामग्री की दोबारा जांच के लिए राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) मान्यताप्राप्त प्रयोगशाला का चयन किया गया है। माल का मूल्यांकन करते समय गोपनीयता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए आपूर्तिकर्ता ठेकेदारों के माल को विशिष्ट कोड दिए गए हैं और उन्हें गुमनाम रखा गया है। इसमें जो माल मानदंडों पर खरा उतरेगा, उस पर वितरण के लिए विचार किया जाएगा। यह विधि छात्रों को निष्पक्ष रूप से सामग्री का मूल्यांकन करके सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली सामग्री प्राप्त करने में मदद करेगी।
ऐसा होगा वस्तुओं का दोबारा परीक्षण..
क्या विद्यार्थियों को उपलब्ध करायी जानेवाली शैक्षणिक सामग्री अच्छी गुणवत्ता की है? इसकी जांच की जाएगी। साथ ही सामग्री आपूर्तिकर्ता ठेकेदारों की पहचान गोपनीय रखते हुए सामान के चयन में निष्पक्षता बरती जाएगी। सभी स्कूल आपूर्तियों का परीक्षण किया जाएगा कि वे एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं के मानदंडों को पूरा करते हैं या नहीं। साथ ही भेजे गए सामान की गुणवत्ता, उसकी उत्कृष्टता आदि की विशेष जांच कर चयन करना होता है।
इन सामग्री का होगा वितरण….
छात्रों को ‘डीबीटी’ के माध्यम से स्कूल बैग, रेनकोट, स्टेनलेस स्टील की पानी की बोतल, स्कूल के जूते, पीटी जूते, मोजे, स्केल, भूमिती बॉक्स, ड्राइंग बुक, कसरत किताब, व्यावहारिक किताबें, नोटबुक, नक्शा किताब आदि सामग्री मिलेंगी।
सभी विद्यार्थियों को ‘डीबीटी’ के माध्यम से सर्वोत्तम गुणवत्तावाली सामग्री उपलब्ध कराने के लिए महानगरपालिका सदैव प्राथमिकता दे रही है। छात्रों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री उपलब्ध कराने पर महानगरपालिका जोर देती है और सामग्री गुणवत्ता मूल्यांकन के माध्यम से गुणवत्ता की जांच की जाएगी। इसके लिए हम विशिष्ट प्रक्रिया के माध्यम से आपूर्तिकर्ता ठेकेदारों को नियुक्त करके गुणवत्ता से समझौता किए बिना छात्रों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
– प्रदीप जाभंले-पाटिल, अतिरिक्त आयुक्त,
पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका
छात्रों को ‘डीबीटी’ के माध्यम से प्रदान की जानेवाली सामग्री अच्छी गुणवत्तावाली होनी चाहिए। हमने इसके लिए कड़ा रुख अपनाया है। इसके लिए सामग्री का मूल्यांकन करने के बाद ही इसका चयन किया जाएगा। चयनित वस्तुओं को वस्तुओं की गुणवत्ता मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद ही छात्रों को वितरित किया जाएगा।
मूल्यांकन परीक्षण प्रक्रिया में गोपनीयता और निष्पक्षता बनाए रखी जाएगी और इस प्रकार हम गुणवत्तापूर्ण सामग्री के आवंटन के कारण छात्रों की शैक्षणिक प्रगति के लिए प्राथमिकता ले रहे हैं।
-विजय थोरात, सहायक आयुक्त, शिक्षण विभाग,
पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका
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