डॉ. सत्येन्द्र सिंह का 75वाँ जन्मदिन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
कात्रज, जून (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
हिंदी कवि, लेखक, पत्रकार, रेलवे में रहे वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी और सप्तगिरि सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. सत्येन्द्र सिंह का 75वां जन्मदिन 1 जून को आनंद दरबार हॉल कात्रज में मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गणेश बने बैठे तीन वर्षीय वर्णित पाटिल और 7 वर्षीय क्रांति इनामदार के गणेश-वंदना नृत्य के साथ हुई। इस अद्भुत नृत्य ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। इसी के साथ सप्तगिरि सोसाइटी के बच्चों ने दादा-दादी व नाना-नानी पर दो नृत्य प्रस्तुत किए जिनमें खुशी त्यागी, निहारिका शितोले, निहिरा हसे, ख़ुशी ऊचिकुच, स्वरा भोसले, विधिज्ञा पाटिल, रुद्राणी पागे, आराध्या ऊचिकुच, पार्थ भोसले, शिवांश पागे, प्रमथ हसे, अथर्व पाटिल, अन्वी पाटिल, दिशा कोलेकर, श्रीशा ताकवले, आरव सिंह, दर्श सागर, आद्या सिंह, शिवजीत शितोले ने अपने नृत्य की एक छाप छोड़ी। मैत्रेयी योगेश पागे के निर्देशन में गणेश वंदना व नृत्य सम्पन्न हुए और उन्हें सहयोग कर रहे थे प्रियंकुल त्यागी, भोजराज जोशी, आरती आंची, सलोनी सूर्यवंशी, बिंदु जोशी।
सर्वप्रथम डॉ. सत्येंद्र सिंह को पुणे विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. केशव प्रथमवीर ने मंच पर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर दूरदर्शन कलाकार किरण काकड़े ने गीत प्रस्तुत किया और उनके साथ ही सूर्यकांत भोकरे ने एक गीत प्रस्तुत किया। नारी शक्ति संस्था की संस्थापक अध्यक्षा सौ. पल्लवी प्रसाद जगताप, ज्येष्ठ नागरिक संघ जाम्भुलवाडी रोड के अध्यक्ष चंद्रकांत गुरव ने उनके कार्यों का उल्लेख करते हुए कार्यक्रम को संबोधित किया और एंकर संजय सिन्हा ने उनके जीवन पर संक्षेप में प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।
75वें जन्मदिन के मौके पर लाया गया केक काटा गया और सिंह परिवार के बेटी मैत्रेयी, पुत्रवधु सुचिता व प्रज्ञा ने 75 दीये बनाए और उनसे डॉ. सत्येंद्र सिंह की उनकी भतीज बहू संगीता, पुत्रवधु सुचिता प्रज्ञा, पुत्री मैत्रेयी और सोसाइटी सचिव विक्रम पाटिल की धर्मपत्नी सौ. सुनीता पाटिल द्वारा उनकी आरती उतारी गई।
तत्पश्चात डॉ. सत्येन्द्र सिंह, के सबसे बड़े भाई मथुरा निवासी रमेश चंद्र का आशीर्वाद संदेश पढ़कर सुनाया गया और बीच के भाई मोहनलाल द्वारा मंच पर आशीष प्रदान किए गए। सूत्र-संचालन कर रहे संजय सिन्हा ने डॉ. सत्येंद्र सिंह के जीवन पर संक्षेप में प्रकाश डालते हुए बताया कि उनके पिता गांव के स्कूल में हेडमास्टर थे, इसलिए उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई और उनके दिवंगत होने पर मथुरा में हुई जहां उनके सबसे बड़े भाई डाक विभाग में थे। मैट्रिक करने के बाद रेलवे कार्यालय झांसी में उनकी नौकरी लग गई और वहां उन्होंने निजी अध्ययन करके इंटर, बीए व एमए किया। मुंबई व कोल्हापुर से पीएचडी करने के प्रयास किए पर सफलता नहीं मिली। हिंदी में वे प्रारंभ से कविता कहानी निबंध लिखते आ रहे हैं और विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में उनकी रचनाएं प्रकाशित होती रहीं, आकाशवाणी के विभिन्न केंद्रों से प्रसारित भी होती रहीं। उनकी कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके साहित्यिक अवदान को देखते हुए पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी अकादमी मथुरा उ.प्र. द्वारा उन्हें विद्या वाचस्पति सारस्वत सम्मान प्रदान किया गया। इस प्रकार उन्हें मानद डॉक्टरेट इसी वर्ष मिली है। इससे प्रतीत होता है कि डॉ. सिंह बहुत ही लगनशील व परिश्रमी हैं।
डॉ. सत्येंद्र सिंह को आशीर्वाद व शुभकानाएं सुप्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार डॉ. दामोदर खडसे, आकाशवाणी पुणे के पूर्व सहायक निदेशक डॉ. सुनील देवधर, लेखक समीक्षक डॉ. लतिका जाधव, हिंदी साप्ताहिक हड़पसर एक्सप्रेस के संपादक दिनेश चंद्रा, पूर्व ग्राम पंचायत सदस्य प्रसाद दादा जगताप, सिंहगढ़ कॉलेज के पूर्व प्राचार्य विजय ठाकुर, अधिवक्ता बी.के. सिंह, पूर्व उप महाप्रबंधक राजभाषा डॉ. विपिन पवार, रिजर्व बैंक के उप महाप्रबंधक राजभाषा नितिन देसाई, पूर्व अपर पुलिस अधीक्षक यूसुफ बागवान, पूर्व पुलिस अधिकारी और उद्योगपति विजय बागल, पूर्व पुलिस अधिकारी हरिश्चंद्र घोलवे, हरिश्चंद्र घोलवे, डॉ. अरुणा शिमगेकर, प्रेमचंद कलपुंड द्वारा दी गई।
इसी श्रृंखला में शुभकामनाएं देने वालों में थे, रेलवे अधिकारी राजू तालेकर, उदय ताजणे, सप्तगिरि सोसाइटी के सचिव विक्रम पाटिल, उपाध्यक्ष माणिक तांबे, साईवाटर क्रेस्ट सोसाइटी के अमित कुमार यादव, सह्याद्रि सोसाइटी के सचिव शिवाजी शेल्के, आरिफ शेख और सप्तगिरि सोसाइटी के सभी पूर्व व वर्तमान पदाधकारी सभासद व परिजन, ज्येष्ठ नागरिक संघ जाम्भुलवाड़ी रोड के पूर्व व वर्तमान पदाधिकारी, ज्येष्ठ नागरिक सेवासंघ वाघजाईनगर के पदाधिकारी व सदस्य भारी संख्या में उपस्थित थे। इस अवसर पर सौ. अश्विनी अनंत पागे, योगेश अनंत पागे, शलेष ठाकुर, लोकेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, चंद्रकांत थोरात, चंद्रकांत जांभले, अनंत कागदे, अविनाश कुलकर्णी, संजय रणसिंग, म्हाल्साकांत जोशी, श्रीकांत जोशी, उमाकांत मास्कर, चंद्रकांत घोडके, चंपालाल देवल, अनिल ढोकले, काकासो भोसले, अर्जुन आव्हाड, मिलिंद ताकवले, संदीप पाटिल, भगवान सूर्यवंशी, विजय चोपडे, परदेशी बंधु रवीन्द्र व विनोद। विकास ज्वैलर्स के मालिक महेंद्र वर्मा ने उन्हें मारवाड़ी फेंटा बांधकर विशेष शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का संचालन संजय सिन्हा ने किया और पंकज कुमार पाटिल ने उन्हें सहयोग दिया।
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