दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग की पहल
मुंबई, अप्रैल (महासंवाद)
जो दिव्यांग नागरिक मतदान केंद्र पर आकर अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहते हैं उनके लिए भारत निर्वाचन आयोग के माध्यम से स्वयंसेवकों और व्हीलचेयर की व्यवस्था की जाएगी। यह सुविधा पाने के लिए दिव्यांग मतदाताओं को अपना नाम Saksham-ECI ऐप पर अंकित करना होगा। इस लोकसभा चुनाव में सभी मतदान केंद्र भूतल पर बनाए गए हैं, जिससे दिव्यांग मतदाताओं को आने-जाने में सुविधा होगी।
दिनांक 12 अप्रैल 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में 98,114 मतदान केंद्र हैं। इनमें से 98,039 मतदान केंद्रों पर रैंप की आवश्यकता है। इनमें से 97,662 मतदान केंद्रों पर रैंप की व्यवस्था की गई है। छत्रपति संभाजीनगर में 377 मतदान केंद्रों पर प्रमाणित मानक के अनुसार अस्थायी रैंप की व्यवस्था की जाएगी। सभी मतदान केंद्रों पर विकलांग मतदाताओं के लिए आसानी से इस्तेमाल किये जा सकें, ऐसे सुलभ शौचालयों का भी निर्माण किया गया है।
विशेष बात यह है कि इस साल के लोकसभा चुनाव में 313 मतदान केंद्रों पर सभी दिव्यांग मतदान अधिकारी काम करेंगे। साथ ही मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय की वेबसाइट और सोशल मीडिया को विकलांग नागरिकों, विशेषकर नेत्रहीन और बधिर मतदाताओं के लिए पठनीय और सुलभ बनाया गया है।
इसमें पहले विकलांग मतदाता Saksham-ECI ऐप पर अपना नाम कैसे अंकित कर सकते हैं, नए मतदाता का पंजीकरण कैसे करें, मतदान केंद्रों पर विकलांग मतदाताओं के लिए उपलब्ध सुविधाएं आदि जानकारी वीडियो और लिखित रूप में प्रदान की गई हैं। मतदाता पर्चियां, मतपत्र, मतदाता गाइड पुस्तकें दृष्टिबाधित मतदाताओं को ब्रेल लिपि में उपलब्ध करायी जाएंगी।
भारत चुनाव आयोग ने लोकसभा आम चुनाव में 85 वर्ष से अधिक उम्र और 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगतावाले मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा प्रदान की है। यह सुविधा लेने के लिए इच्छुक योग्य वरिष्ठ और विकलांग मतदाता को 12 डी आवेदन पत्र भरना होगा। आवेदन पत्र भरने के लिए मतदान केंद्र स्तर के अधिकारी उनके घर जाएंगे। प्रत्येक चरण की चुनाव अधिसूचना की घोषणा से पांच दिनों के भीतर योग्य वरिष्ठ और विकलांग मतदाता 12 डी आवेदन पत्र भर सकते हैं। इन मतदाताओं की गुप्त मतदान प्रक्रिया उनके निर्वाचन क्षेत्र के लिए निर्धारित मतदान-तिथि से एक दिन पहले पूरी की जाएगी।
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