भारतरत्न डा. बाबा साहेब आम्बेडकर मेमोरियल चिकित्सालय, मध्य रेल में आल इंडिया मेडीकल कांफ्रेंस का आयोजन
मुंबई, अप्रैल (हड़पसर एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क)
मध्य रेल के भारतरत्न डा. बाबा साहेब आम्बेडकर मेमोरियल चिकित्सालय में 5 एवं 6 अप्रैल 2024 को एक अखिल भारतीय मेडीकल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।
इसका उद्घाटन डा. सुगंधा राहा, महानिदेशक, रेल स्वास्थ्य सेवा के कर-कमलों द्वारा हुआ। इस कार्यक्रम में श्री राम करन यादव, महाप्रबंधक, मध्य रेल एवं श्रीमती चित्रा यादव, अध्यक्षा, मध्य रेल महिला कल्याण संगठन मुख्य अतिथि थे ।
सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत डा. मीरा अरोरा, प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक, मध्य रेल एवं श्रीमती सुषमा माटे, चिकित्सा निदेशक एवं कांफ्रेंस के आयोजन सचिव डा कपिल सरडे द्वारा किया गया। इस कांफ्रेंस में भाग लेने के लिए विभिन्न क्षेत्रीय रेलों के प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक एवं रेल चिकित्सा अधिकारी भी यहां पधारे।
मल्टीकॉन-2024- जैसा कि कांफ्रेंस के नाम से ही पता चलता है इस में मेडीकल फील्ड के विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। जितने भी विषय विशेषज्ञों द्वारा कवर किए गए वे सभी कांफ्रेंस की थीम- हेल्थ फॉर आल- ट्रेंड एवं इंसाइट्स फॉर टुमारो के अनुरूप थे। संयोगवश, विश्व स्वास्थ्य दिवस भी 7 अप्रैल को विश्व भर में मनाया जाता है और इस वर्ष उस की थीम है …मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार। कांफ्रेंस के संयोजकों ने डा अशोक हांडे को विशेष व्याख्यान (की-नोट एड्रेस) के लिए निमंत्रित किया था, जो कि एक अत्यंत प्रसिद्ध एवं अनुभवी न्यूरोसर्जन हैं। डा. अशोक हांडे जो हर तरह की ब्रेन सर्जरी में अत्यंत पारंगत हैं, उन्होंने अपने अभिभाषण में मस्तिष्क की सेहत से जुड़ी गूढ़ बातों को सीधी सादी सरल भाषा में प्रस्तुत किया। चूंकि इस दौरान सभागार में डाक्टरों के अलावा गैर-मैडीकल गणमान्य लोग एवं प्रशासक भी उपस्थित थे, डा.7 हांडे ने बिना किसी भारी भरकम चिकित्सीय भाषा में सभी को मस्तिष्क आघात (स्ट्रोक) के बिल्कुल प्रारंभिक एवं मामूली से दिखने वाले (लेकिन बहुत महत्वपूर्ण) लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करने की सलाह दी, और मस्तिष्क के स्ट्रोक के तुरंत उपचार पर भी ज़ोर दिया। देश के इतने बड़े न्यूरोसर्जन होने के नाते उन्होंने बार बार दोहराई कि इन मामलों में बचाव की अहमियत इलाज से कहीं ज्यादा है।
मेडीकल फील्ड में होने वाली आधुनिक प्रगति के बारे में कांफ्रेस के दौरान चर्चा हुई और विशेष कर मानसिक तनाव से बचाव एवं उपचार, मुंह की सेहत, सुनने की दिक्कत जो आज कल आम हो गई है, दिल से जुड़ी एमरजैंसी, न्यूरोसर्जीकल एमरजैंसी, ओसटियोप्रोसिस आदि विषयों पर चर्चाएं केंद्रित रहीं। संक्रमण के आधुनिक निदान एवं महिलाओं में गर्भाशय़ के मुख के कैंसर से बचाव के बारे मेें भी व्याख्यान हुए। अंग प्रत्योरोपण के ऊपर चोटी के अंग प्रत्यारोपण सर्जनों ने एक पैनल डिस्कशन की और उस के दौरान उन्होंने ने इस से जुडी़ बहुत सी भ्रांतियों को दूर किया जो कि अभी भी लोगों में यहां तक की चिकित्सकों में भी पाई जाती हैं।
कांफ्रेंस के दौरान, महानिदेशक, रेल स्वास्थ्य सेवा डा सुगंधा राहा ने भायखला अस्पताल में स्टोमा केयर क्लीनिक का भी शुभारंभ किया ताकि इस तरह के मरीज़ों की देखरेख और भी सुचारू रुप से हो सके। इस क्लीनिक में इन मरीज़ों एंव उन के अभिभावकों को खान-पान की समुचित जानकारी, पेट के व्यायाम, ओस्टिटोमी यंत्र लगाने की सही विधि और इस तरह के उत्पादों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।
इन सब गतिविधियों के अलावा कांफ्रेंस में एक मेडीकल प्रदर्शनी का भी शानदार आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न मेडीकल कंपनियों ने अपने आधुनिक मेडीकल यंत्रों, उन की तकनीकी जानकारी एवं नई दवाईयों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई…इस प्रदर्शनी से आने वाले डेलीगेट्स विशेषकर रेज़ीडेंट डाक्टरों को सीखने का अच्छा अवसर उपलब्ध हुआ।
विश्व स्वास्थ्य दिवस को ध्यान में रखते हुए कांफ्रेंस के आयोजकों ने कांफ्रेस के दूसरे दिन निर्मल पार्क कंपलेक्स में सुबह 6 बजे वॉक फार हेल्थ का सफल आयोजन किया जिस में डेलीगेट्स ने बडे़ उत्साह से भाग भी लिया और अपने ओजस्वी चेहरों के द्वारा रोज़ाना सुबह टहलने का एक बहुत महत्वपूर्ण संदेश दिया। इस काँफ्रेंस का आयोजन पूरी तरह से सफल रहा। आने वाले डेलीगेट्स ने मेडीकल विषयों के चुनाव के अलावा ठहरने, खाने-पीने एवं घूमने के प्रबंधों की भरपूर प्रशंसा की।
यह प्रेस विज्ञप्ति जनसंपर्क विभाग, मुख्यालय, मध्य रेलवे, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई द्वारा जारी की गई है।
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