महाराष्ट्र राज्य में पिछली बार की तुलना में 2 हजार 641 मतदान केंद्र अधिक : लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में 98 हजार 114 मतदान केंद्र

महाराष्ट्र राज्य में पिछली बार की तुलना में 2 हजार 641 मतदान केंद्र अधिक : लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में 98 हजार 114 मतदान केंद्र

महाराष्ट्र राज्य में पिछली बार की तुलना में 2 हजार 641 मतदान केंद्र अधिक : लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में 98 हजार 114 मतदान केंद्र

मुंबई, अप्रैल (महासंवाद)
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र राज्य में 2 हजार 641 नए मतदान केंद्र में वृद्धि हुई है। इस बार राज्य में 98 हजार 114 मतदान केंद्र हैं।
2004 में हुई लोकसभा चुनाव में कुल 64 हजार 508 मतदान केंद्र थे। 2009 में कुल 83 हजार 986 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। 2014 में कुल 91 हजार 329 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में 95 हजार 473 मतदान केंद्र स्थापित किए गए। फिलहाल 98 हजार 114 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे और मतदाताओं का पंजीकरण चल रहा है, इन मतदान केंद्रों में बढ़ोतरी की संभावना है।

सबसे अधिक मतदान केंद्र पुणे में और सबसे कम मतदान केंद्र सिंधुदुर्ग में
सबसे ज्यादा मतदान केंद्र इस बार पुणे में हैं। इसकी संख्या 8 हजार 382 है। इसके बाद मुंबई उपनगर में 7 हजार 380 मतदान केंद्र होंगे। ठाणे में 6 हजार 592, नासिक में 4 हजार 800 और नागपुर में 4 हजार 510 मतदान केंद्र होंगे। सबसे कम मतदान केंद्र सिंधुदुर्ग और गढ़चिरौली में हैं। सिंधुदुर्ग में 918 और गढ़चिरौली में 950 मतदान केंद्र होंगे।

3000 से ज्यादा मतदान केंद्र 7 जिलों में
3000 से ज्यादा मतदान केंद्र 7 जिलों में हैं। अहमदनगर में 3 हजार 734, सोलापुर में 3 हजार 617, जलगांव में 3 हजार 582, कोल्हापुर में 3 हजार 368, औरंगाबाद में 3 हजार 085, नांदेड़ में 3 हजार 047 और सातारा में 3 हजार 025 मतदान केंद्र होंगे।

10 जिलों में 2000 से अधिक मतदान केंद्र
2000 से ज्यादा मतदान केंद्र 10 जिलों में हैं। रायगढ़ में 2 हजार 719, अमरावती में 2 हजार 672, यवतमाल में 2 हजार 532, मुंबई शहर में 2 हजार 517, सांगली में 2 हजार 448, बीड में 2 हजार 355, बुलढाणा में 2 हजार 266, पालघर में 2 हजार 263, लातूर में 2 हजार 102 और चंद्रपुर में 2 हजार 044 मतदान केंद्र होंगे।

2000 से कम मतदान केंद्र वाले जिले इस प्रकार हैं –
नंदुरबार 1 हजार 412, धुले 1 हजार 704, अकोला 1 हजार 719, वाशिम 1 हजार 76, वर्धा 1 हजार 308, भंडारा 1 हजार 156, गोंदिया 1 हजार 288, हिंगोली 1 हजार 17, परभणी 1 हजार 587, जालना 1 हजार 719, उस्मानाबाद 1 हजार 503, रत्नागिरी 1 हजार 717 मतदान केंद्र होंगे।
मतदान केंद्र स्थापित करने के मापदण्ड, मतदान केंद्र की संरचना का डिजाइन, मतदान केंद्र का निर्धारण करते समय न्यूनतम एवं अधिकतम मतदाताओं का निर्धारण, मतदान केन्द्रों की सूची का प्रकाशन, संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों की निश्चितता, मतदान केंद्र पर सुविधाएं, इस बारे में निर्णय भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लिया जाता है। मतदान केंद्र तक पहुंचने में मतदाता को कोई परेशानी न हो इस बात का ध्यान आयोग रखता है। मतदान केंद्रों की ‘संवेदनशीलता’ को देखते हुए वहां आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध कराई जाती है।

केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक हर मतदान केंद्र पर न्यूनतम बुनियादी सुविधाएं होना अनिवार्य है। इसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए रैंप, पीने का पानी, शौचालय, बिजली आपूर्ति, प्रकाश योजना, व्हीलचेयर, विकलांगताओं के लिए उपयुक्त चौड़ाई के दरवाजे और फर्नीचर जैसी न्यूनतम सुविधाएं शामिल हैं। सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों पर विशेष ख्याल रखा जाएगा।

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