स्वच्छता को जीवन शैली के रूप में अपनाना चाहिए : विभागीय आयुक्त डॉ.चंद्रकांत पुलकुंडवार
यशवंत पंचायत राज एवं संत गाडगेबाबा ग्राम स्वच्छता अभियान के पुरस्कारों का वितरण
पुणे, मार्च (जिमाका)
स्वच्छता का जीवन में बहुत महत्व है और संत गाडगे बाबा के आदर्श को सामने रखते हुए सभी को स्वच्छता को जीवन शैली के रूप में अपनाना चाहिए। यह अपील विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार ने की।
विभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित यशवंत पंचायत राज, संत गाडगेबाबा ग्राम स्वच्छता अभियान, अमृत महाआवास अभियान के विभागस्तरीय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में वे बोल रहे थे। इस अवसर पर यहां मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश चव्हाण, सातारा की मुख्य कार्यकारी अधिकारी याशनी नागराजन, उपायुक्त रामचंद्र शिंदे, राहुल साकोरे, विकास मुलीक आदि उपस्थित थे।
डॉ. पुलकुंडवार ने आगे कहा कि गाडगे महाराज ने हजारों किलोमीटर की पैदल यात्रा करके स्वच्छता आंदोलन की शुरुआत की। उस दौरान उन्होंने स्वच्छता के महत्व को गांवों तक पहुंचाया। आज स्वास्थ्य की दृष्टि से स्वच्छता भी उतनी ही जरूरी है, इसलिए सभी को अपने क्षेत्र की साफ-सफाई को महत्व देना चाहिए। अगली पीढ़ी के लिए स्वच्छ, सुंदर वसुन्धरा की चाहत होगी तो हर स्थान पर स्वच्छता संबंधी आदतें अपनाना जरूरी है। पर्यावरण प्रदूषण से बचने के लिए प्लास्टिक का प्रयोग न करने की उन्होंने अपील की।
आगे उन्होंने कहा कि स्कूलों को बच्चों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शिक्षा के माध्यम से बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करना आवश्यक है। जैसे-जैसे पृथ्वी का तापमान बढ़ेगा, कई खतरे पैदा होंगे। इन खतरों से बचने के लिए पर्यावरण जागरूकता जरूरी है। गांव में स्वच्छता एवं नवोन्वेषी कार्य केवल अभियान तक सीमित न रखते हुए निरन्तर किये जायें।
स्वच्छता अभियान में सफल होने के लिए गांव का नेतृत्व बहुत महत्वपूर्ण है। सरकार की योजना लागू करने के लिए सरकारी अधिकारी गांव में आकर पहल करें तो गांववालों को भी हिस्सा लेना चाहिए, ऐसा कहकर श्री चव्हाण ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी।
श्रीमती नागराजन ने कहा कि गृह व्यवस्था एवं स्वच्छता बुनियादी सुविधाएं हैं। पुरस्कार प्राप्त विजेताओं से प्रेरणा लेकर अन्य गांवों को भी इसका अनुसरण करना चाहिए। गरिमामय और स्वस्थ जीवन देने के लिए महाआवास और स्वच्छता अभियान बहुत महत्वपूर्ण हैं।
इस अवसर पर विभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार के शुभ हाथों पुरस्कार विजेता जिला परिषदों, पंचायत समितियों, ग्राम पंचायतों को चेक, सम्मानचिन्ह और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करनेवाले अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम में पुणे, सातारा, सोलापुर, कोल्हापुर और सांगली जिले के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, गुटविकास अधिकारी, ग्रामसेवक, सरपंच उपस्थित थे।
संत गाडगेबाबा ग्राम स्वच्छता अभियान 2020-21 और 2021-22 संयुक्त प्रतियोगिता में विजेता ग्राम पंचायतें : बनवड़ी जिला सातारा-प्रथम, वटांगी जिला कोल्हापुर और कालवाड़ी जिला पुणे विभाग में से द्वितीय, नांगोले और खंबाले जिला सांगली- तृतीय।
अमृत महाआवास अभियान 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण योजना के विजेता सर्वश्रेष्ठ जिले : सातारा-प्रथम, सांगली-द्वितीय और कोल्हापुर-तृतीय। सर्वश्रेष्ठ तालुका – जावली (सातारा) – प्रथम, कराड (सातारा) – द्वितीय और सातारा – तृतीय। सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायतें – येलगांव और भुडकेवाड़ी (सातारा) – प्रथम, काठी जिला पाटन – द्वितीय, आचेगांव (सोलापुर) – तृतीय। सरकारी जगह की उपलब्धता के मामले में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले तालुका : कोरेगांव (सातारा) – प्रथम, सातारा – द्वितीय और कराड – तृतीय। रेत उपलब्धता के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तालुका : पंढरपुर-प्रथम और पाटन-द्वितीय।
राज्य प्रायोजित आवास योजना विजेता सर्वश्रेष्ठ जिले : सातारा-प्रथम, कोल्हापुर और पुणे द्वितीय विभाजित, सांगली-तृतीय। सर्वश्रेष्ठ तालुका : महाबलेश्वर (सातारा) – प्रथम, खेड़ (पुणे) – द्वितीय और माण (सातारा)- तृतीय।
सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत : बोंद्री (सातारा)- प्रथम, नागोले (सांगली) – द्वितीय और गव्हांण (सांगली) – तृतीय। सरकारी जगह की उपलब्धता के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करनेवाले तालुका : आंबेगांव (पुणे) – प्रथम, मंगलवेढा (सोलापुर) – द्वितीय और माढा (सोलापुर) – तृतीय। उपलब्धता के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करनेवाले तालुका : पंढरपुर- प्रथम और पाटन द्वितीय।
यशवंत पंचायत राज अभियान 2020-21 राज्य स्तर : जिला परिषद कोल्हापुर- प्रथम और पंचायत समिति कागल- द्वितीय।
विभाग स्तरीय पुरस्कार 2020-21 : पंचायत समिति कागल-प्रथम, पंचायत समिति गडहिंग्लज -द्वितीय, पंचायत समिति माढ़ा-तृतीय।
यशवंत पंचायत राज मिशन 2022-23 राज्य स्तर : जिला परिषद कोल्हापुर-द्वितीय। विभाग स्तर पर पंचायत समिति अक्कलकोट-प्रथम, पंचायत समिति गडहिंग्लज -द्वितीय, पंचायत समिति शिराला-तृतीय।
विभागीय स्तर पर विशेष पुरस्कार प्राप्त करनेवाली ग्राम पंचायतें : अपशिष्ट जल प्रबंधन के लिए स्व. वसंतराव नाइक पुरस्कार- बनवड़ी (सातारा), जल गुणवत्ता एवं जल प्रबंधन के लिए डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर पुरस्कार वाटंगी (कोल्हापुर), शौचालय प्रबंधन के लिए स्व.अबासाहेब खेडकर पुरस्कार-भोसे (सोलापुर)।
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